क्या तेलंगाना के रेलवे स्टेशन पर देसी बम विस्फोट ने दहशत फैला दी?
सारांश
Key Takeaways
- तेलंगाना के कोठागुडेम रेलवे स्टेशन पर देसी बम विस्फोट हुआ।
- विस्फोट में एक आवारा कुत्ते की जान गई।
- पुलिस ने चार अन्य बम बरामद किए।
- स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की।
- मुख्यमंत्री के दौरे के एक दिन बाद यह घटना हुई।
हैदराबाद, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के भद्राद्रि कोठागुडेम जिले के कोठागुडेम शहर में स्थित रेलवे स्टेशन पर बुधवार को एक देसी बम विस्फोट ने हड़कंप मचा दिया। इस घटना में एक कुत्ते की जान चली गई। घटना के बाद रेल यात्रियों में दहशत फैल गई।
जानकारी के अनुसार, भद्राचलम रोड रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 के पास रेलवे ट्रैक पर एक देसी विस्फोटक फट गया, जिससे एक आवारा कुत्ते की मौत हो गई।
ऐसा माना जा रहा है कि कुत्ते ने प्लेटफार्म पर पड़े एक काले बैग को मुंह में दबा लिया, जिसके बाद विस्फोट हुआ। इससे यात्रियों में दहशत का माहौल बन गया। धमाके की आवाज सुनकर यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया। विस्फोट के तुरंत बाद रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और क्षेत्र को घेर लिया।
विस्फोट के बाद गहन तलाशी के दौरान पुलिस ने रेलवे स्टेशन के पास कूड़े के ढेर में चार और देसी बम बरामद किए। प्याज के आकार के ये बम तीन थैलों में मिले। पुलिस का कहना है कि ऐसे देसी बमों का उपयोग सामान्यतः जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए किया जाता है।
भद्राद्री कोठागुडेम के पुलिस अधीक्षक रोहित राजू ने बताया कि आवारा कुत्ते ने प्लेटफार्म पर पड़े बैग को खाने की कोई चीज समझा। कुत्ता कूड़े के ढेर में पड़ा बैग लेकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया, जहां विस्फोट हुआ और उसकी जान चली गई।
एसपी ने कहा कि पुलिस ने कचरे में बम फेंकने वाले व्यक्ति की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी रेलवे स्टेशन के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं।
एसपी रोहित राजू ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर इस घटना के बारे में अफवाहें फैलाने से बचें। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस घटना का कोई अन्य पहलू नहीं है और किसी को भी इस मामले पर झूठा प्रचार नहीं करना चाहिए।
यह घटना मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के विभिन्न आधिकारिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए जिले के दौरे के एक दिन बाद हुई। वीवीआईपी मूवमेंट के कारण स्टेशन क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।