क्या तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ वास्तव में सिर्फ ड्रामेबाजी है?: संतोष कुमार सिंह

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव की यात्रा १६ से २० सितंबर तक चलेगी।
- संतोष कुमार सिंह ने इसे ड्रामेबाजी कहा।
- भाजपा और राजद के बीच बयानबाजी जारी है।
- पूर्वोत्तर राज्यों के विकास पर पीएम मोदी का जोर।
- नेपाल के मुद्दे पर राजनीतिक चर्चाएँ।
पटना, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव १६ सितंबर से ‘बिहार अधिकार यात्रा’ का आयोजन करने जा रहे हैं, जो २० सितंबर तक जारी रहेगी। इस यात्रा को लेकर बिहार की राजनीति में सत्ताधारी और विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है।
बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सिंह ने तेजस्वी यादव की यात्रा को ‘ड्रामेबाजी’ करार देते हुए उन पर तीखा प्रहार किया है।
उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव की यह यात्रा ड्रामेबाजी से अधिक कुछ नहीं है। बिहार के लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। जिस तरह से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार का अपमान किया गया, उससे जनता नाराज है। बिहार के लोगों ने ठान लिया है कि इस बार इनका सुपड़ा साफ हो जाएगा।”
दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा शनिवार को पटना आ रहे हैं, जहां वे पार्टी की तैयारियों का जायजा लेंगे और कोर कमेटी के साथ बैठक करेंगे।
मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा, “भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी पटना आ रहे हैं। वे पार्टी कार्यकर्ताओं और मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। हम उनके सभी निर्देशों का पालन करेंगे। जेपी नड्डा की इस यात्रा से बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है और पार्टी आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति को और मजबूत करने की दिशा में जुटी हुई है।”
वहीं, नेपाल के घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए संतोष कुमार सिंह ने कहा, “१९५२ में नेपाल के राजा ने पंडित नेहरू से कहा था कि हम भारत में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन नेहरू की भूल के कारण आज भारत और नेपाल दोनों इसे भुगत रहे हैं।” यह बयान भी राजनीतिक गलियारों में चर्चित हो गया है।
भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में पूर्वोत्तर राज्यों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है, जो पिछले ५० वर्षों से उपेक्षित रहा।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर, जो कभी पिछड़ा क्षेत्र माना जाता था, अब धीरे-धीरे विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहा है। पीएम मोदी को हम धन्यवाद देते हैं क्योंकि उन्होंने पूर्वोत्तर को प्राथमिकता दी है। ये पहल पूर्वोत्तर को भारत के समग्र विकास की गति के साथ जोड़ेंगी। पीएम के नेतृत्व में सड़क, बुनियादी ढांचा और अन्य योजनाओं के माध्यम से पूर्वोत्तर अब प्रगति की राह पर अग्रसर है, जो देश के लिए गर्व का विषय है।