क्या टीएमसी नेता की धमकी पर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा का पलटवार उचित है?

सारांश
Key Takeaways
- राजनीतिक बयानबाजी में कायरता की परिभाषा।
- प्रवासी मजदूरों का मुद्दा और उसका सामाजिक प्रभाव।
- राहुल गांधी की यात्रा और उसके पीछे की राजनीति।
- गृह मंत्री विजय शर्मा का स्पष्ट दृष्टिकोण।
- जनता को सच्चाई से अवगत कराने की आवश्यकता।
रायपुर, ८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल की टीएमसी विधायक अब्दुर रहीम बख्शी द्वारा भाजपा नेता को दी गई धमकी का मामला अब बढ़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "प्रवासी मजदूरों को घुसपैठ के रूप में देखना अनुचित है। यदि कोई व्यक्ति पश्चिम बंगाल से किसी अन्य राज्य में रह रहा है, तो यह कोई मुद्दा नहीं है। हम भी छत्तीसगढ़ में इस समस्या का सामना कर रहे हैं। स्पष्ट है कि बांग्लादेश से जो लोग आएंगे, उन्हें हटाया जाएगा।"
शर्मा ने आगे कहा कि यदि भाजपा के नेता ऐसा कहते हैं, तो उनमें राष्ट्रवाद की भावना है। वे चाहते हैं कि जनसांख्यिकी में परिवर्तन न हो और समाज मजबूत बने। जिन्होंने भी धमकी दी है, यह कायरता है। अपनी सरकार बनाकर वहां जो हिंसा फैला रहे हैं, वही एक दिन उनके लिए घातक साबित होगा।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर शर्मा ने कहा, "राहुल गांधी यात्रा निकाल रहे हैं। आने वाले दिनों में वे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में यात्रा करेंगे। मैं पूछता हूं कि 'वोट चोरी' का मतलब क्या है?"
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक जगह पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि मतदाता सूची में नाम नहीं हैं और बिहार में गड़बड़ी है। वहां गहन पुनरीक्षण हो रहा है। उनका कहना क्या है, इसका अर्थ स्पष्ट करें। पहले यह बताएं कि 'वोट चोरी' का क्या मतलब है। जनता को यह जानने का अधिकार है कि आंदोलन किस बात पर हो रहा है। जनता को गुमराह करना बंद करें। पहले जनता को सच्चाई पता होनी चाहिए।
विजय शर्मा ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के बारे में कहा, "संसद में उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा, और हमारे एनडीए के प्रत्याशी जीतेंगे।"