क्या त्योहारों से पहले आम जनता को मिला 'फेस्टिव बोनांजा'?

सारांश
Key Takeaways
- आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी को जीरो किया गया है।
- जीवन रक्षक दवाएं अब जीएसटी मुक्त हैं।
- व्यक्तिगत बीमा पर भी जीएसटी को कम किया गया है।
नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में बुधवार को जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक सुषमा स्वराज भवन में आयोजित की गई। मोदी सरकार ने त्योहारों से पहले जनता को एक बड़ी राहत दी है और आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी को घटाकर जीरो कर दिया है।
निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रोटी, पराठा और भारतीय ब्रेड पर अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा। जिन वस्तुओं पर जीएसटी को 5 प्रतिशत से घटाकर शून्य किया गया है, उनमें खाखरा, चपाती, दूध, ब्रेड, छेना और पनीर शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, मैप, चार्ट, ग्लोब, पेंसिल, शार्पनर, पेस्टल, एक्सरसाइज बुक और नोटबुक पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर शून्य कर दिया गया है।
केंद्र सरकार ने 33 जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर जीरो कर दिया है। इन दवाओं में ओनासेमनोजेन अबेपार्वोवेक, एस्किमिनिब, मेपोलिज़ुमाब, पेगीलेटेड लिपोसोमल इरिनोटेकन, डाराटुमुमाब, टेक्लिस्टामैब, अमिवंतामब, एलेक्टिनिब, रिस्डिप्लाम और ओबिनुटुज़ुमैब शामिल हैं।
सरकार ने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर जीएसटी कम करने का निर्णय भी लिया है। अब व्यक्तिगत बीमा पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर शून्य कर दिया गया है।