क्या 'उदयपुर फाइल्स' कन्हैयालाल हत्याकांड पर न्याय दिलाएगी?

सारांश
Key Takeaways
- फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित है।
- यह फिल्म आज 4500 सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
- कन्हैयालाल के बेटे और पत्नी ने फिल्म को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं।
- फिल्म को 55 कट्स के साथ सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिली है।
- फिल्म का उद्देश्य सच्चाई को उजागर करना है।
मुंबई, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को अंततः सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिल गई है। यह फिल्म आज 4500 सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने को तैयार है।
इस फिल्म ने लंबे समय तक विवादों और कानूनी चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन अब यह दर्शकों के सामने आने का अवसर पा चुकी है। जून 2022 में उदयपुर में कन्हैयालाल की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। ‘उदयपुर फाइल्स’ दर्शकों को उस दर्दनाक वास्तविकता से अवगत कराती है।
कन्हैयालाल के बेटे यश साहू ने फिल्म के बारे में कहा, “यह फिल्म मेरे पिता के साथ हुई दुर्दशा को दर्शाती है। यह एक सच्ची कहानी है, और मुझे उम्मीद है कि इसके माध्यम से उन्हें न्याय मिलेगा।” यश ने बताया कि यह फिल्म उनके परिवार के दर्द को देश के सामने लाएगी। हमारा परिवार आज भी उस दर्द को सहन कर रहा है। वास्तव में, यह फिल्म सच्चाई को उजागर करने की कोशिश है। हम अपराधियों को सजा दिलाने के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन अब तक हमें सफलता नहीं मिली है।
कन्हैयालाल की पत्नी जसोदा साहू ने भावुक होते हुए कहा कि जब फिल्म पर रोक लगी थी, तब उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर गुहार लगाई थी। उन्होंने कहा, “यह फिल्म हमारे परिवार के संघर्ष और दर्द की सच्ची तस्वीर है। इसे हर किसी को देखना चाहिए। वही घटना फिर से याद आएगी, इसलिए केवल बच्चे देखने जाएंगे। बच्चों की मौसी और बुआ ने भी फिल्म देखने से मना कर दिया है। हालाँकि, हमने ट्रेलर देखा है और फिल्म देखने की हिम्मत नहीं है। तमाम अवरोधों के बावजूद फिल्म रिलीज हो रही है। ऐसे में हमें विश्वास है कि न्याय जरूर मिलेगा।”
फिल्म का निर्देशन भरत एस. श्रीनेत और जयंत सिन्हा ने किया है, जिसमें विजय राज कन्हैयालाल की भूमिका में हैं। फिल्म में प्रीति झंगियानी और मुश्ताक खान भी महत्वपूर्ण किरदारों में हैं।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) ने 55 कट्स के साथ फिल्म को मंजूरी दी है। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी हाल ही में फिल्म की रिलीज को हरी झंडी दी, यह कहते हुए कि यह निष्पक्ष सुनवाई को प्रभावित नहीं करेगी।