क्या उद्धव ठाकरे के 'ईवीएम हैक' के दावे को राम कदम ने 'नौटंकी' बताया?

सारांश
Key Takeaways
- उद्धव ठाकरे का ईवीएम हैक का दावा
- राम कदम का नौटंकी
- राजनीतिक मजबूरियाँ और आरोप-प्रत्यारोप
- विपक्ष का मुद्दों की कमी पर ध्यान
- संविधान और न्यायपालिका पर विश्वास
मुंबई, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को ईवीएम हैक होने का दावा किया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र भाजपा के विधायक राम कदम ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे के आरोप को नौटंकी करार दिया।
भाजपा विधायक राम कदम ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें एयर कंडीशनर वाले आलिशान बंगले से बाहर निकलते किसी ने नहीं देखा। वे कभी मुख्यमंत्री के दफ्तर में भी नहीं गए, जिसके कारण उनकी पार्टी टूट गई और बिखर गई। बचे हुए लोग एकनाथ शिंदे वाली असली शिवसेना के साथ न जाने के डर और राजनीतिक मजबूरी के कारण सड़क पर उतरे थे।"
उन्होंने आगे कहा, "उनकी याददाश्त और झूठ का पुलिंदा अद्भुत है। अब उन्हें कई वर्ष पुरानी बातें याद आ रही हैं। उन्होंने इस बारे में पहले क्यों नहीं बताया? क्या उन्होंने चुनाव आयोग या न्यायपालिका को पत्र नहीं लिखा? ये सभी बातें झूठी हैं, जो उन्हें मुंबई नगरपालिका चुनाव से ठीक पहले याद आ रही हैं। सच यह है कि विपक्ष के पास वर्तमान सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है।"
भाजपा नेता ने कहा, "विपक्ष के पास चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है, जिससे यह सब हो रहा है। अगर उनकी बातों में तर्क है, सत्यता है, और उनके पास कोई सबूत, दस्तावेज हैं, तो उन्हें चुनाव आयोग को देना चाहिए। अगर उन पर विपक्ष का विश्वास नहीं है, तो देश में न्यायपालिका है। अगर यह सच है, तो इसका मतलब है कि उन्हें संविधान पर भी विश्वास नहीं है। उद्धव ठाकरे पूरी तरह से नौटंकी कर रहे हैं।"