क्या उधमपुर में भूस्खलन ने तबाही मचाई? केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने डीसी से की बात

सारांश
Key Takeaways
- उधमपुर में भूस्खलन ने कई घरों को तबाह किया।
- केंद्रीय राज्यमंत्री ने स्थिति की जानकारी ली।
- एनएचएआई ने प्रभावित लोगों की मदद की।
- कोई जनहानि नहीं हुई।
- राहत कार्य जारी है।
उधमपुर, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है। इस बार उधमपुर में भूस्खलन की वजह से कई घर तबाह हो गए हैं। राहत की बात यह है कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। हालांकि, भूस्खलन के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने उधमपुर की डीसी सलोनी राय से संपर्क कर स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उधमपुर की सुलघर पंचायत में भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ, जिससे कई मकान नष्ट हो गए। इससे पहले, लाटी क्षेत्र में भी भूस्खलन की एक घटना हुई थी। इस कारण उधमपुर के कुछ भागों में यातायात बाधित है।
केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "उधमपुर डीसी सलोनी राय से बात की। लाटी जैसे कुछ क्षेत्रों में सड़क संपर्क अभी भी ठप है। मोगरी जैसे क्षेत्रों में आवश्यक सामान हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है, जो मौसम की स्थिति पर निर्भर करेगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों के घर बहे हैं, उनके लिए उचित विकल्प तलाशने का प्रयास किया जा रहा है।
इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने उधमपुर में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित एनएच-44 पर फंसे यात्रियों, ट्रक चालकों और उनके सहायकों की सहायता की।
इसके साथ ही, इन प्रभावित लोगों के लिए एनएचएआई द्वारा खाद्य सामग्री की व्यवस्था भी की गई। इस पहल के अंतर्गत उधमपुर जिले के टिकरी से जखैण तक के मार्ग में दिन-रात 700 से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया।
एनएचएआई ने सोशल मीडिया पर लिखा, "ऐसे कठिन समय में राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं की सहायता करने और उनकी सुरक्षा व कुशलता सुनिश्चित करने के लिए एनएचएआई प्रतिबद्ध है।"