क्या उधमपुर रेलवे स्टेशन का नाम शहीद कैप्टन तुषार महाजन के नाम पर रखा गया?

सारांश
Key Takeaways
- उधमपुर रेलवे स्टेशन का नाम शहीद कैप्टन तुषार महाजन के नाम पर रखा गया है।
- टिकटिंग प्रणाली में तकनीकी समस्याएं हैं, जिन्हें जल्द ही हल किया जाएगा।
- उधमपुर हवाई अड्डा जल्द ही नागरिक उड़ानों का संचालन शुरू करेगा।
उधमपुर, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताओं में जम्मू-कश्मीर का उधमपुर क्षेत्र सदैव महत्वपूर्ण रहा है। इसी कड़ी में रेलवे स्टेशन का नामकरण 'शहीद कैप्टन तुषार महाजन' (एमसीटीएम) के नाम पर किया गया है, जो इस भूमि के साहसी सपूत थे।
उन्होंने बताया कि कंप्यूटराइज्ड टिकटिंग प्रणाली में तकनीकी समस्या के कारण गंतव्य स्थल 'उधमपुर' का नाम अपने आप छूट गया। इस गलती की ओर तुरंत ध्यान दिलाने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के व्यक्तिगत हस्तक्षेप से सुधार प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। जल्द ही टिकटों पर 'उधमपुर' का नाम सही ढंग से प्रदर्शित होगा।
जितेंद्र सिंह ने एक्स पोस्ट में लिखा, "हमारे अनुरोध पर, उधमपुर रेलवे स्टेशन का नाम इस धरती के वीर सपूत 'शहीद कैप्टन तुषार महाजन' (एमसीटीएम) के नाम पर रखा गया। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस क्षेत्र को दी गई उच्च प्राथमिकता को दर्शाता है। हालांकि, कम्प्यूटरीकृत टिकटिंग प्रणाली में गंतव्य का नाम 'उधमपुर' डिफॉल्ट रूप से छूट गया था, लेकिन मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के हस्तक्षेप से इस त्रुटि को सुधारने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जल्द ही टिकटिंग प्रक्रिया में 'उधमपुर' का उल्लेख किया जाएगा।"
उन्होंने आगे लिखा, "इस बीच, उधमपुर के लिए एक और शुभ समाचार... यह हवाई अड्डा बहुत जल्द नागरिक उड़ानों का संचालन शुरू करेगा और इसके लिए व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।"
गौरतलब है कि 21 फरवरी 2016 को जम्मू-कश्मीर के पम्पोर में शहीद कैप्टन तुषार महाजन ने आतंकवादियों से डटकर मुकाबला किया था। आतंकियों से घिरने के बावजूद, उन्होंने बहादुरी से आतंकियों को मारा और अपनी टीम को सुरक्षित निकाला। इस दौरान गंभीर रूप से घायल होने के बाद अस्पताल में वे वीरगति को प्राप्त हुए। मरणोपरांत उन्हें 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया गया। उनकी वीरता देश के लिए प्रेरणा है।