क्या बालासोर छात्रा आत्मदाह मामले पर यूजीसी ने जांच समिति गठित की?

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क्या बालासोर छात्रा आत्मदाह मामले पर यूजीसी ने जांच समिति गठित की?

सारांश

ओडिशा के बालासोर में फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा ने आत्मदाह किया, जिससे राज्य में हड़कंप मच गया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए यूजीसी ने चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। यह समिति कॉलेज की नीतियों की जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाएगी।

Key Takeaways

  • यूजीसी ने बालासोर मामले की जांच के लिए समिति गठित की।
  • छात्रा ने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
  • समिति को सात दिनों में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश।
  • सुरक्षित शैक्षणिक माहौल बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
  • भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय सुझाए जाएंगे।

भुवनेश्वर, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज की एक छात्रा के आत्मदाह की दुखद घटना ने सभी को झकझोर दिया है। आरोप है कि शिक्षक के उत्पीड़न के कारण छात्रा ने यह कदम उठाया। इस गंभीर मामले को देखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने घटना की जांच के लिए एक चार सदस्यीय तथ्य-खोज समिति का गठन किया है।

यूजीसी ने मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर इस घटना का स्वत: संज्ञान लिया है।

समिति की अध्यक्षता गुरू गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और यूजीसी सदस्य प्रोफेसर राज कुमार मित्तल करेंगे। समिति के अन्य सदस्यों में पूर्व यूजीसी सदस्य प्रोफेसर सुषमा यादव, गुजरात विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता और यूजीसी की संयुक्त सचिव डॉ. सुषमा मंगल शामिल हैं, जो समन्वय अधिकारी की भूमिका निभाएंगी।

समिति को सात दिनों के भीतर अपनी जांच पूरी कर विस्तृत रिपोर्ट और सिफारिशें सौंपने का निर्देश दिया गया है। समिति कॉलेज की नीतियों, शिकायत निवारण तंत्र और यूजीसी के यौन उत्पीड़न विरोधी दिशानिर्देशों के पालन की जांच करेगी। इसके अलावा, यह भी देखा जाएगा कि छात्रों, खासकर संकट में फंसे छात्रों के लिए उपलब्ध सहायता प्रणाली कितनी प्रभावी है।

समिति छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों से सुझाव लेकर सुरक्षित शैक्षणिक माहौल बनाने की दिशा में कदम उठाएगी। यूजीसी का यह कदम न केवल इस मामले की गहराई से जांच करने की दिशा में है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय सुझाने का भी प्रयास है।

ओडिशा के बालासोर जिले में स्थित फकीर मोहन स्वायत्त कॉलेज में एक 20 वर्षीय बी.एड. छात्रा की आत्मदाह के बाद मौत ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया था। छात्रा ने कॉलेज के शिक्षा विभाग के प्रमुख (एचओडी) समीर कुमार साहू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और कॉलेज प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न करने के विरोध में यह आत्मघाती कदम उठाया था।

पुलिस और फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज के सूत्रों के अनुसार, 'छह महीने पहले आंतरिक शिकायत समिति को दी गई अपनी शिकायत में छात्रा ने आरोप लगाया था कि प्रोफेसर उससे 'फायदे' मांग रहा था और न देने पर उसका शैक्षणिक करियर बर्बाद करने की धमकी भी दी थी।

Point of View

क्योंकि यह न केवल जांच करेगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय भी सुझाएगा।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

बालासोर छात्रा आत्मदाह मामले का मुख्य कारण क्या था?
इस मामले का मुख्य कारण छात्रा द्वारा अपने शिक्षक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाना है।
यूजीसी ने जांच समिति कब गठित की?
यूजीसी ने घटना के बाद तुरंत चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया।
जांच समिति का नेतृत्व कौन कर रहा है?
जांच समिति का नेतृत्व प्रोफेसर राज कुमार मित्तल कर रहे हैं।
समिति को रिपोर्ट पेश करने के लिए कितना समय दिया गया है?
समिति को सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है।
क्या छात्राओं की सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाए जाएंगे?
समिति छात्रों और शिक्षकों से सुझाव लेकर सुरक्षित शैक्षणिक माहौल बनाने की दिशा में कदम उठाएगी।