क्या उज्जैन में 102.5 एफएम पर मालवी संस्कृति को नया मंच मिलेगा? सीएम ने आकाशवाणी प्रसारण की शुरुआत की
सारांश
Key Takeaways
- उज्जैन में 102.5 एफएम पर स्थानीय प्रसारण की शुरुआत हुई है।
- मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पहल का शुभारंभ किया।
- स्थानीय कलाकारों को नया मंच मिलेगा।
- प्रसारण में स्थानीय मालवी बोली का उपयोग होगा।
- उज्जैनवासियों में खुशी का माहौल है।
उज्जैन, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को उज्जैन में आकाशवाणी केंद्र से स्थानीय प्रसारण का विधिवत शुभारंभ किया। अब उज्जैन और इसके आस-पास के लोग 102.5 एफएम पर स्थानीय रेडियो सुन सकेंगे।
कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन और आकाशवाणी के महानिदेशक राजीव कुमार जैन भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से उज्जैन जैसे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक शहर को यह बड़ी सौगात मिली है। उन्होंने बताया कि आकाशवाणी ने आजादी से पहले से ही कला, संस्कृति और इतिहास को सहेजने का सबसे भरोसेमंद माध्यम रहा है। अब उज्जैन का अपना स्थानीय प्रसारण शुरू होने से यहां के कलाकारों, संगीतकारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को एक महान मंच मिलेगा।
आकाशवाणी के महानिदेशक राजीव कुमार जैन ने बताया कि आज से ही उज्जैन से रोजाना करीब 6 घंटे का स्थानीय प्रसारण शुरू हो गया है। पहले जो विविध भारती का रिले आता था, उसका समय थोड़ा कम किया जाएगा और उसकी जगह उज्जैन और मालवा अंचल के लिए खास कार्यक्रम आएंगे। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कई कार्यक्रम स्थानीय मालवी बोली में होंगे, ताकि गांव-देहात के लोग भी अपनेपन का अहसास कर सकें।
उन्होंने बताया कि आकाशवाणी इस समय 23 भाषाओं और 182 बोलियों में प्रसारण करता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा रेडियो नेटवर्क है। हमारा मकसद हमेशा से बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय रहा है और उज्जैन केंद्र भी इसी भावना से काम करेगा।
कार्यक्रम में सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक, नगर निगम महापौर मुकेश टटवाल, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह सहित सैकड़ों जनप्रतिनिधि और आकाशवाणी के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
उज्जैनवासियों में इस नई शुरुआत को लेकर खुशी का माहौल है। लोग कह रहे हैं कि अब महाकाल की नगरी की आवाज दूर-दूर तक गूंजेगी और मालवी संस्कृति को नई पहचान मिलेगी।