क्या दीपावली पर महाकालेश्वर मंदिर में विशेष भस्म आरती का आयोजन हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- दीपावली पर महाकालेश्वर मंदिर में विशेष भस्म आरती का आयोजन हुआ।
- आरती में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
- रंगोली निर्माण में 30 कलाकारों की टीमें शामिल हैं।
- बाबा महाकाल का भव्य श्रृंगार किया गया।
- आशीष फलवाडिया मंदिर के सहायक प्रशासक हैं।
उज्जैन, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली के पर्व पर रविवार तड़के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में एक विशेष भस्म आरती का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यह आरती सुबह 4 बजे संपन्न हुई, जिसमें हजारों भक्त बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन के लिए देर रात से ही कतारों में खड़े रहे।
जैसे ही मंदिर के पट खोले गए, पुजारियों ने गर्भगृह में विराजमान भगवान महाकाल का पंचामृत (दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस) से अभिषेक करके पूजन-अर्चन किया। इसके बाद, महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई।
बाबा महाकाल का भांग से दिव्य श्रृंगार किया गया, जो इस अवसर की विशेषता थी। उनके मस्तक पर 'राम' नाम अंकित किया गया। बाबा को नया मुकुट, रुद्राक्ष की माला और मुंडमाला धारण कराई गई। जब भक्तों ने राममय स्वरूप में सजे बाबा महाकाल के दर्शन किए, तो पूरा मंदिर परिसर 'जय श्री महाकाल' और 'जय श्रीराम' के जयघोषों से गूंज उठा।
इसी क्रम में, श्री महाकालेश्वर मंदिर में लगभग 50,000 वर्ग फीट क्षेत्रफल में एक विशाल रंगोली निर्माण कार्य चल रहा है, जो दीपोत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा।
इस रंगोली को बनाने में कुल 30 कलाकारों की दो टीमें जुटी हैं। 'द स्केचर्स' और 'कला मंच उज्जैनी' समूह के 20 कलाकार पंकज सहरा के नेतृत्व में काम कर रहे हैं, जबकि दूसरी टीम में कुंज बिहारी पांडे के निर्देशन में 10 कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। पूरा कार्य मंदिर के सहायक प्रशासक आशीष फलवाडिया के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
मंदिर के सहायक प्रशासक आशीष फलवाडिया के मार्गदर्शन में यह कलात्मक कार्य चल रहा है। यह भव्य रंगोली दीपोत्सव के अवसर पर मंदिर की शोभा बढ़ाएगी और आने वाले श्रद्धालुओं के मन को मोह लेगी। महाकाल मंदिर प्रशासन इस अनूठी कलाकृति के माध्यम से दीपोत्सव को और भी यादगार बनाने का प्रयास कर रहा है।