क्या उन्नाव में ड्रीम-11 से जुड़े अनुराग द्विवेदी के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी हुई?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी की 16 सदस्यीय टीम ने छापेमारी की।
- छापेमारी ड्रीम-11 से जुड़े मामले में हुई।
- अनुराग द्विवेदी का ठिकाना जांच के दायरे में है।
- स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।
- जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
उन्नाव, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के नवाबगंज क्षेत्र में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अनुराग द्विवेदी के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति और ड्रीम-11 के जरिए कथित तौर पर करोड़ों रुपये के सट्टे से जुड़े मामले के चलते की गई है।
जानकारी के अनुसार, ईडी की 16 सदस्यीय टीम ने एक साथ नवाबगंज कस्बे और अनुराग द्विवेदी के पैतृक गांव भितरेपार खजूर में दबिश दी। टीम के पास कुल 10 गाड़ियां थीं, जिनमें से 6 गांव में और 4 कस्बे में तैनात की गई थीं। ईडी की टीम ने घंटों तक दोनों स्थानों पर जांच-पड़ताल की और संपत्ति से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों की छानबीन की।
यह बताया जा रहा है कि छापेमारी के समय अनुराग द्विवेदी अपने आवास पर मौजूद नहीं थे। फिर भी, ईडी की टीम ने उनके घर के अलावा नवाबगंज कस्बे में उनके चाचा नपेन्द्र नाथ द्विवेदी के घर पर भी जांच की। टीम ने घर के अंदर मौजूद कागजात, बैंकिंग दस्तावेजों और अन्य वित्तीय रिकॉर्ड की गहन जांच की। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जांच के दौरान कोई आपत्तिजनक दस्तावेज या नकदी बरामद हुई है या नहीं।
सूत्रों के अनुसार, अनुराग द्विवेदी पर ड्रीम-11 के माध्यम से करोड़ों रुपये के सट्टे से जुड़े होने और उससे अर्जित धन को विभिन्न माध्यमों से निवेश करने का आरोप है।
ईडी को संदेह है कि उनकी घोषित आय की तुलना में उनकी संपत्तियां कहीं अधिक हैं। इसी आधार पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
इस पूरे मामले में ईडी की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कार्रवाई को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है। वहीं, स्थानीय प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
ईडी की इस छापेमारी के बाद नवाबगंज और आसपास के इलाकों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। स्थानीय लोग ड्रीम-11 से जुड़े कथित सट्टा नेटवर्क और उसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका को लेकर सवाल उठा रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले में आगे की तस्वीर साफ हो सकेगी।