क्या रिटायरमेंट के बाद अग्निवीरों को यूपी पुलिस में मिलेगा 20 प्रतिशत आरक्षण?

सारांश
Key Takeaways
- 20 प्रतिशत आरक्षण अग्निवीरों को यूपी पुलिस में मिलेगा।
- कारगिल विजय दिवस पर यह घोषणा की गई।
- सैनिकों के बलिदान को सम्मान देने के लिए युद्ध स्मारक बनवाने की योजना।
- पूर्व सैनिकों के लिए सामूहिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- योगी आदित्यनाथ ने सेना के प्रति सम्मान जाहिर किया।
लखनऊ, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर अग्निवीरों को यूपी पुलिस में आरक्षण देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि रिटायर होने वाले अग्निवीरों को 20 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
सीएम योगी ने सुझाव दिया कि हर जिले में सैनिकों के बलिदान को सम्मानित करने के लिए युद्ध स्मारक बनवाए जाएं, जिससे नई पीढ़ी को प्रेरणा मिले। इसके साथ ही, सैनिकों के सम्मान में सामूहिक कार्यक्रम आयोजित किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार सैनिकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता का भाव रखती है। इसलिए, हमने यह निर्णय लिया है कि अग्निवीर के रूप में देश की सेवा करने वाले जवानों को रिटायरमेंट के बाद यूपी पुलिस में 20 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा।"
योगी ने देश सेवा में सर्वस्व अर्पित करने वाली सेना को नमन करते हुए ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने अपनी ताकत और साहस का प्रदर्शन किया। हमारे वीर जवानों ने केवल 22 मिनट में पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर उन्हें सबक सिखाया।"
मुख्यमंत्री ने 1965 और 1971 के युद्धों में सैनिकों के बलिदान को भी याद किया। उन्होंने कहा, "उन वीर सैनिकों की यादें आज भी हमें प्रेरित करती हैं। हमें अपने आस-पास उन जवानों को याद करना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दी।"
सभा को संबोधित करते हुए, सीएम योगी ने कहा, "कारगिल विजय दिवस के अवसर पर, सभी परिवार, पूर्व सैनिक और सभी क्षेत्रों के नागरिक एकत्रित हुए हैं क्योंकि पूरा देश भारत माता की रक्षा करने वाले हमारे साहसी सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।"
कारगिल युद्ध के हालात को याद करते हुए सीएम योगी ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि कारगिल युद्ध पाकिस्तान द्वारा थोपा गया था। मई 1999 में, कारगिल के पास स्थानीय चरवाहों ने पहाड़ों पर घुसपैठ देखी और भारतीय सेना को सूचित किया। सेना ने तत्कालीन सरकार को जानकारी दी और जब चेतावनी के बावजूद वे (पाकिस्तान) नहीं रुके, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा उनके खिलाफ ऑपरेशन विजय शुरू किया गया। इस दिन, वाजपेयी जी ने कारगिल युद्ध की सफलता की घोषणा की और दुनिया को चौंका दिया।