क्या कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति चुनाव के बीच जगदीप धनखड़ की चुप्पी पर सवाल उठाए?

सारांश
Key Takeaways
- जगदीप धनखड़ की चुप्पी ने राजनीतिक चर्चाएँ तेज कर दी हैं।
- कांग्रेस ने उनके इस्तीफे पर सवाल उठाए हैं।
- सचिन पायलट ने उनकी चुप्पी को चौंकाने वाला बताया है।
- उपराष्ट्रपति चुनाव में 'इंडिया' गठबंधन को समर्थन मिलने की संभावना है।
- देश की जनता को सही जानकारी का अधिकार है।
नई दिल्ली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान मंगलवार को हो रहा है, और इस बीच जगदीप धनखड़ को लेकर राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की चुप्पी और उनके अचानक इस्तीफे पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को कहा कि देश जगदीप धनखड़ के अप्रत्याशित इस्तीफे पर उनके बयान का इंतजार कर रहा है।
केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "पिछले 50 दिनों से जगदीप धनखड़ ने अपनी असामान्य चुप्पी साध रखी है। मंगलवार को जब उनके उत्तराधिकारी के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो रही है, तब भी देश उनके ऐतिहासिक और अप्रत्याशित इस्तीफे पर बयान का इंतजार कर रहा है। जब उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से किसानों की घोर उपेक्षा, सत्ता में बैठे लोगों के 'अहंकार' से पैदा होने वाले खतरों और अन्य मुद्दों पर चिंता व्यक्त की थी।"
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "जगदीप धनखड़ साहब कहां हैं, किसी को मालूम नहीं है। उनका कोई बयान नहीं आया और वे सार्वजनिक रूप से दिखाई भी नहीं दिए। जो पर्दा डाला गया, वह बहुत चौंकाने वाला है। उन्होंने हर मुद्दे पर मजबूती से अपनी बात रखी, लेकिन अब अचानक चुप्पी और गायब होने का कारण समझ से परे है। सच्चाई अभी तक सामने नहीं आ पाई है।"
पायलट ने आगे कहा, "यह सच है कि ऐसी स्थिति पैदा हुई है, और देश की जनता को अब तक यह समझ नहीं आया कि हमारे पूर्व उपराष्ट्रपति ने अचानक इस्तीफा क्यों दिया। जो कुछ भी देखा जा सकता था, उससे स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर समस्या नजर नहीं आ रही थी।"
इस दौरान, सचिन पायलट ने उम्मीद जताई कि मंगलवार के उपराष्ट्रपति चुनाव में 'इंडिया' गठबंधन को अच्छा समर्थन मिलेगा और उनके उम्मीदवार की जीत होगी।