क्या उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं? : रामजीलाल सुमन

सारांश
Key Takeaways
- अवैध धर्मांतरण की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं।
- समाज में समानता का अभाव धर्मांतरण का मुख्य कारण है।
- स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी के विचारों का महत्व है।
- सामाजिक समरसता के लिए सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है।
- धर्म के नाम पर भेदभाव को समाप्त करना होगा।
आगरा, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने अवैध धर्मांतरण के मामलों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार अवैध धर्मांतरण की घटनाएं सामने आ रही हैं। जौनपुर और आगरा में हाल ही में हुए धर्मांतरण के मामलों ने समाज में गहरी चिंता उत्पन्न की है। जौनपुर में बाबा के मामले के बाद आगरा में दो लड़कियों के अवैध धर्मांतरण की घटना ने पुलिस को एक बड़ा नेटवर्क उजागर करने के लिए मजबूर किया है। इस मामले में पुलिस ने पूरे नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
रामजीलाल सुमन ने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर होने वाले धर्मांतरण का हम विरोध करते हैं, लेकिन असल मुद्दा बड़े पैमाने पर होने वाला ‘बेईमानी’ धर्मांतरण है।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में समानता का अभाव ही धर्मांतरण का मुख्य कारण है। स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी ने कहा था कि यदि हिंदू धर्म में समानता नहीं हो सकती, तो ऐसा धर्म नष्ट हो जाए।
उन्होंने बताया कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में एक भाजपा विधायक को प्रवेश से रोका गया। राजस्थान में कांग्रेस के दलित नेता प्रतिपक्ष को मंदिर में नहीं जाने दिया गया। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से जुड़ी घटनाएं भी हैं। जब तक हिंदू धर्म के ठेकेदार अपने व्यवहार, संस्कार और आचरण में बदलाव नहीं लाएंगे, तब तक धर्मांतरण को रोकना मुश्किल होगा।
सुमन ने कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर चिल्लाते हैं, उन्हें अपने मिजाज और व्यवहार में बदलाव लाना होगा। समाज के कुछ वर्गों के साथ भेदभाव और असमानता का व्यवहार समाप्त करना होगा। यदि हिंदू धर्म में समता का सिद्धांत स्थापित नहीं हुआ, तो धर्मांतरण की समस्या को रोकना असंभव होगा। समाज के सभी वर्गों को इस दिशा में गंभीर चिंतन और सकारात्मक कदम उठाने चाहिए ताकि सामाजिक समरसता और एकता को बढ़ावा मिल सके।