क्या गोरखपुर में विरासत गलियारे के प्रभावित दुकानदारों के लिए बनेगा कामर्शियल कॉम्प्लेक्स?

Click to start listening
क्या गोरखपुर में विरासत गलियारे के प्रभावित दुकानदारों के लिए बनेगा कामर्शियल कॉम्प्लेक्स?

सारांश

गोरखपुर में चल रहे विरासत गलियारे के निर्माण कार्य में दुकानदारों के हितों को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के निर्माण से प्रभावित दुकानदारों को राहत मिलेगी। जानिए इस प्रोजेक्ट की सभी महत्वपूर्ण बातें।

Key Takeaways

  • विरासत गलियारे का निर्माण गोरखपुर के व्यापार को सुदृढ़ करेगा।
  • कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण प्रभावित दुकानदारों के लिए राहत का साधन बनेगा।
  • निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
  • स्थानीय व्यापारियों के हितों की सुरक्षा प्राथमिकता होगी।

गोरखपुर, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विरासत गलियारा का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि धर्मशाला बाजार से पांडेयहाता तक बन रहे विरासत गलियारे से किसी भी दुकानदार का हित कतई प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। टीपी नगर चौक से पैडलेगंज मार्ग पर बन रहे सिक्सलेन फ्लाईओवर का जायजा लेने के बाद सीएम योगी ने गलियारे के निर्माण कार्य की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि जिन दुकानदारों की पूरी दुकान इस गलियारे के दायरे में आ गई है या जिनकी दुकानों का आकार बहुत अधिक छोटा हो गया है, उन्हें एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाकर उसमें दुकानें दी जाएंगी। इस नई व्यवस्था के लिए सीएम योगी ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) और नगर निगम के अधिकारियों को आवश्यक तैयारी करने के लिए निर्देशित किया है।

मुख्यमंत्री ने विरासत गलियारे का निर्माण कार्य तेज करने और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी। विरासत गलियारे का निरीक्षण करने के लिए सीएम योगी पांडेयहाता चौराहा, घंटाघर, हजारीपुर और जटाशंकर चौराहा पर रुके। वह सबसे पहले पांडेयहाता चौराहा पहुंचे।

शिवम टॉवर के पास ड्राइंग मैप देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गलियारे के निर्माण में जितने भी मकान और दुकान आए हैं, उनका मुआवजा हर हाल में दिया जाना सुनिश्चित होना चाहिए। कोई भी छूटना नहीं चाहिए। यदि किसी नागरिक की दुकान शत प्रतिशत प्रभावित हो गई हो या अत्यंत छोटी हो गई हो, तो उनके कारोबारी समायोजन के लिए जीडीए या नगर निगम की तरफ से एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स

यहां उन्होंने टूट रही दुकानों का मलबा निस्तारित करने, सड़क का स्लोप बेहतर करने और तारों को अंडरग्राउंड करने के निर्देश दिए। पांडेयहाता चौराहा के बाद सीएम योगी ने घंटाघर में विरासत गलियारे के साथ ही घंटाघर के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट की भी जानकारी ली।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विरासत गलियारे के तहत सड़क का निर्माण एक तरफ से किया जाए ताकि दुकानदारों को अपनी दुकान को पुनर्व्यवस्थित करने में किसी तरह की परेशानी न हो। विरासत गलियारे के निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हजारीपुर में भी रुके। निर्माण का लेआउट देखने के बाद उन्होंने सख्त चेतावनी दी कि सड़क का निर्माण पूरी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए। गुणवत्ता में किसी भी तरह की खामी पाई गई तो जिम्मेदार लोग कड़ी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।

उन्होंने गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। विरासत गलियारे का जायजा लेने के दौरान सीएम योगी का आखिरी पड़ाव जटाशंकर चौराहा था। यहां मुख्यमंत्री ने सड़क पर पर्याप्त पथ प्रकाश के लिए नाली के पार स्ट्रीट लाइट लगाने की हिदायत दी। साथ ही कहा कि सड़क का स्लोप अच्छा हो और नाले पर समतल स्लैब डालें जाएं ताकि इसका इस्तेमाल फुटपाथ के रूप में हो सके।

-- राष्ट्र प्रेस

विकेटी/एएसएच

Point of View

जो कि एक सकारात्मक कदम है।
NationPress
04/11/2025

Frequently Asked Questions

गोरखपुर में विरासत गलियारे का निर्माण कब शुरू हुआ?
विरासत गलियारे का निर्माण कार्य हाल ही में शुरू हुआ है, और सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका निरीक्षण किया।
क्या प्रभावित दुकानदारों के लिए कोई समाधान है?
हां, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के निर्माण के माध्यम से प्रभावित दुकानदारों को राहत प्रदान की जाएगी।
इस परियोजना में गुणवत्ता का ध्यान किस प्रकार रखा जाएगा?
सीएम योगी ने गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं और लापरवाही के लिए चेतावनी दी है।