क्या उत्तर प्रदेश के सीईओ ने एसआईआर में सक्रिय मतदाता भागीदारी पर जोर दिया?
सारांश
Key Takeaways
- सक्रिय मतदाता भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए सीईओ का अभियान।
- मतदाता गणना प्रपत्र को 4 दिसंबर तक भरकर बीएलओ को सौंपना आवश्यक है।
- बीएलओ द्वारा सहायता प्राप्त करने के लिए हेल्प डेस्क की सुविधा उपलब्ध।
- मतदाता सूची में अद्यतन जानकारी के लिए वेब पोर्टल का उपयोग करें।
- रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों का सहयोग आवश्यक।
लखनऊ, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में सक्रिय मतदाता भागीदारी पर जोर दिया। सीईओ उत्तर प्रदेश ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रत्येक मतदाता को अपने संबंधित गणना प्रपत्र को सही से भरकर, हस्ताक्षर कर, 4 दिसंबर तक अपने मतदेय स्थल के बीएलओ को सौंपना आवश्यक है। पिछले विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के बाद, वर्ष 2003 में तैयार मतदाता सूची में अपने या अपने संबंधी का विवरण खोजने के लिए, मतदाता वेब पोर्टल वोटर्स डॉट ईसीआई डॉट गॉव डॉट इन पर जाएं। यहाँ पर जाकर वे लास्ट एसआईआर पर क्लिक करें, सर्च बाई इलेक्टोरल डिटेल्स टैब पर जाएं और आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि यदि कोई मतदाता वर्ष 2002-2004 के बीच भारत के किसी अन्य राज्य में रहा है, तो उस राज्य में उस अवधि के बाद तैयार मतदाता सूची भी उक्त वेब पोर्टल पर उपलब्ध है। गणना प्रपत्र को ऑनलाइन भरने की सुविधा भी यहाँ उपलब्ध है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाता उपरोक्त पोर्टल पर जाकर अपना एपिक नंबर दर्ज कर अपने बीएलओ का नाम और फोन नंबर प्राप्त कर सकते हैं। इस सुविधा का लाभ उठाने पर आपके क्षेत्र के बीएलओ को यह सूचित किया जाएगा कि आप उनसे बात करना चाहते हैं और आपका नाम व मोबाइल नंबर बीएलओ ऐप पर प्रदर्शित होगा।
बीएलओ से अपेक्षा की गई है कि यदि मतदाता बात करने की इच्छा जताते हैं, तो 48 घंटे के भीतर बीएलओ द्वारा उनकी कॉल का जवाब दिया जाएगा। मतदाताओं की सहायता के लिए टेलीफोन हेल्पलाइन भी उपलब्ध है। जनपद के एसटीडी कोड के साथ 1950 डायल करने पर कॉल उस जनपद के संपर्क केंद्र पर जाती है।
मतदाताओं द्वारा फोन करने पर जिला संपर्क केंद्र पर मौजूद कर्मचारी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करते हैं और उनकी शिकायतें दर्ज करते हैं। सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और नगर आयुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि नगरीय क्षेत्रों में अधिक से अधिक हेल्प डेस्क स्थापित करें। संपर्क केंद्र और हेल्प डेस्क पर प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सीईओ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक 3 करोड़ से अधिक गणना प्रपत्रों का संग्रह और डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। उन्होंने सभी मतदाताओं से एसआईआर प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी और अपने बीएलओ का सहयोग करने की अपील की। नगरीय क्षेत्रों में बीएलओ स्थानीय कर्मचारी नहीं होते हैं, इसलिए यहाँ काम करना ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में कठिन होता है। ऐसे में रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को भी अपने क्षेत्र के बीएलओ का सहयोग करना चाहिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उनके जनपद के सभी गांवों और नगरीय क्षेत्रों में रहने वाले प्रत्येक मतदाता को गणना पत्र उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने फीडबैक प्राप्त करने के लिए भी निर्देश दिए ताकि कोई भौगोलिक क्षेत्र बीएलओ के भ्रमण से छूट न जाए।