क्या राहुल गांधी शुक्रवार को फतेहपुर में हरिओम वाल्मीकि के परिजनों से मिलेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का फतेहपुर दौरा हरिओम वाल्मीकि के परिवार के लिए महत्वपूर्ण है।
- भाजपा सरकार पर आरोप है कि उन्होंने परिवार से मिलने में बाधा उत्पन्न की।
- कांग्रेस दलित अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
- हरिओम वाल्मीकि की हत्या ने देश में राजनीतिक चर्चा को जन्म दिया है।
- कांग्रेस का यह कदम दलित समुदाय के प्रति सहानुभूति को दर्शाता है।
फतेहपुर, १६ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मारे गए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि के मामले पर देश का सियासी माहौल अब भी गर्म है। कांग्रेस के नेता विपक्ष और सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को फतेहपुर में हरिओम वाल्मीकि के परिजनों से मिलने के लिए जाने वाले हैं। यह जानकारी फतेहपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेश द्विवेदी ने दी।
महेश द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि राहुल गांधी का फतेहपुर दौरा बेहद महत्वपूर्ण है, जहां वह हरिओम वाल्मीकि के परिवार के सदस्यों से संवाद करेंगे।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने हमें हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने में बाधा डाली है। हम लोगों को आर्थिक सहायता देने से भी रोका गया, जबकि भाजपा के पदाधिकारियों को कोई रोक नहीं थी। इसके बाद हमने उनके परिजनों को कांग्रेस कार्यालय में बुलाकर सहायता प्रदान की।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमने जिलाधिकारी से मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी दी, लेकिन उन्होंने सरकार के दबाव में कुछ नहीं किया।
महेश द्विवेदी ने कहा कि राहुल गांधी दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं और कांग्रेस हरिओम के परिवार के साथ खड़ी है। भाजपा सरकार में हर वर्ग के लोग परेशान हैं।
रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या की घटना को लेकर लोगों ने उन्हें चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए १३ आरोपी लोगों को जेल भेज दिया था।
गदागंज थाना क्षेत्र के मखदूमपुर के निवासी शिवप्रसाद अग्रहरि, ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के तुल्ला पट्टी मजरे दौलतपुर गांव के निवासी लल्ली पासी, आशीष पासी, और मिल एरिया थाना क्षेत्र के सरायं मुगल राही निवासी सुरेश गुप्ता समेत १३ आरोपियों को जेल भेजा गया है।