क्या कर्नाटक सरकार अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए आरएसएस को निशाना बना रही है?: प्रह्लाद जोशी

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क्या कर्नाटक सरकार अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए आरएसएस को निशाना बना रही है?: प्रह्लाद जोशी

सारांश

कर्नाटक में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए आरएसएस को निशाना बना रही है। क्या यह सच है या महज एक राजनीतिक खेल?

Key Takeaways

  • कर्नाटक सरकार पर नाकामियों को छिपाने का आरोप।
  • आरएसएस को निशाना बनाना राजनीतिक साजिश।
  • कांग्रेस में अंदरूनी कलह का जिक्र।
  • विधायकों की नाराजगी और सरकार के वादे।
  • मुफ्त बिजली योजना का उल्लंघन।

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए राज्य सरकार आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास कर रही है।

गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, मंत्री जोशी ने कहा कि राज्य में हालात स्पष्ट रूप से कांग्रेस सरकार के खिलाफ हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हर स्तर पर सरकार की नाकामियों, विकास में रुकावट और कांग्रेस के भीतर अंदरूनी कलह की चर्चा हो रही है।

उन्होंने कहा, "इस सब से ध्यान भटकाने के लिए सरकार ने यह साजिश रची है। देखते हैं कर्नाटक की कांग्रेस सरकार आरएसएस के खिलाफ क्या नोटिस जारी करती है। उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। आरएसएस पहले सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर चर्चा करेगा और फिर प्रतिक्रिया पर फैसला करेगा। उसके बाद हम अपना रुख तय करेंगे।"

उन्होंने आगे कहा कि राज्य के एक मंत्री ने आरएसएस के बारे में मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा था और मुख्यमंत्री ने भी राज्य सचिव को पत्र लिखा था।

उन्होंने कहा, "वे तमिलनाडु मॉडल अपनाने की बात कर रहे हैं। आज, कानून और संसदीय कार्य मंत्री एच.के. पाटिल ने कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे को उठाया और कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ाया।"

सरकार की नाकामियों के बारे में बताते हुए, आर.वी. देशपांडे, बसवराज रायारेड्डी और विधायक राजू कागे ने खुलकर अपनी नाराजगी जताई है। जोशी ने आरोप लगाया, "इन मुद्दों को सुलझाने के लिए राज्य सरकार आरएसएस पर हमला बोल रही है और मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रही है।"

उन्होंने दावा किया, "पिछले साल, जब विधायकों ने सरकार के खिलाफ बगावत की थी, तब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 25 करोड़ रुपए और सड़क विकास के लिए अतिरिक्त धनराशि जारी करने का वादा किया था। लेकिन यह कहां दिया गया? गड्ढों को भरने के लिए भी पैसा जारी नहीं किया गया है।"

उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले सरकार ने सभी को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में, उन्होंने उपयोग पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क जोड़ दिया और लोगों को धोखा दिया।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप देश की प्रगति के लिए हानिकारक हैं। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, सभी पक्षों को एक साथ मिलकर समाधान की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
NationPress
16/10/2025

Frequently Asked Questions

कर्नाटक सरकार ने आरएसएस पर प्रतिबंध क्यों लगाने की कोशिश की?
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के अनुसार, राज्य सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए आरएसएस को निशाना बना रही है।
क्या आरएसएस के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है?
अभी तक आरएसएस के खिलाफ कोई औपचारिक कार्रवाई नहीं की गई है।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की क्या नाकामियां हैं?
सरकार की नाकामियों में विकास में रुकावट और अंदरूनी कलह शामिल हैं।