क्या उत्तर प्रदेश में 91 हजार से अधिक बूथों पर एसआईआर का कार्य पूरा हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- मतदाता सूची की शुद्धता चुनावी प्रक्रिया का आधार है।
- सभी राजनीतिक दलों को सहयोग की आवश्यकता है।
- 91,441 बूथों पर कार्य शत-प्रतिशत पूरा हुआ है।
- गणना चरण की अंतिम तिथि 11 दिसंबर है।
- सभी मतदाता अपना गणना प्रपत्र समय पर प्रस्तुत करें।
लखनऊ, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्य तेज़ी से जारी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि मतदाता सूची को और भी सटीक और अद्यतन बनाने के लिए अभियान में संतोषजनक प्रगति हो रही है।
उन्होंने बताया कि बीएलओ को अनुपस्थित, शिफ्टेड और मृत मतदाताओं की गहन जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इस प्रक्रिया में राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बीएलए का सहयोग लेने पर भी जोर दिया गया है। उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने-अपने बीएलए को बूथ स्तर पर सक्रियता के लिए स्पष्ट निर्देश दें, ताकि प्रदेश की आलेख्य मतदाता सूची में केवल पात्र मतदाताओं के नाम ही शामिल हो सकें।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नींव है और इसमें सभी की सहभागिता आवश्यक है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि प्रदेश के 34 विधानसभा क्षेत्रों और 91,441 बूथों पर बीएलओ द्वारा शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। अब तक 15.43 करोड़ से अधिक (लगभग 99.93 प्रतिशत) गणना प्रपत्रों का वितरण किया जा चुका है, जिनमें से 14.52 करोड़ से अधिक (लगभग 94.04 प्रतिशत) का डिजिटाइजेशन भी पूरा हो चुका है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सतत निगरानी और सभी हितधारकों के सहयोग से एसआईआर अभियान समय पर सफलतापूर्वक पूरा होगा।
ज्ञात हो कि एसआईआर के तहत गणना चरण की अंतिम तिथि 11 दिसंबर है। इस दौरान जिन मतदाताओं ने अपना गणना प्रपत्र भरकर अपने बीएलओ को सौंपा, उनके नाम 16 दिसंबर को प्रकाशित होने वाली आलेख्य मतदाता सूची में शामिल किए जाएंगे।