क्या उत्तर प्रदेश का विकास योगी सरकार की प्राथमिकता है?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तर प्रदेश विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।
- विधानसभा सत्र में विभिन्न दलों के नेताओं की भागीदारी।
- समाजवादी पार्टी की नीतियों की आलोचना की गई।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग बढ़ाने की योजना।
- 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य।
लखनऊ, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 11 से 14 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। विधानसभा सत्र से पहले रविवार को एक सर्वदलीय बैठक की गई, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ विभिन्न दलों के नेताओं ने भाग लिया।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश का तीव्र विकास है। राज्य को एक विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में चर्चा होगी। समाजवादी पार्टी ने अपने शासनकाल में प्रदेश को दंगों, गुटबाजी, भ्रष्टाचार, अराजकता और माफिया राज में धकेल दिया था, और वे अब भी उसी दिशा में बढ़ रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि विधानसभा सत्र की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सरकार विपक्ष के हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है। 'विकसित भारत' के दृष्टिकोण के अनुसार 'विकसित उत्तर प्रदेश' पर 13 से 14 तारीख तक विशेष चर्चा होगी, जो 24 घंटे तक चलेगी। सभी सदस्य व्यक्तिगत भावनाओं को छोड़कर इस पर चर्चा करेंगे कि 2047 में उत्तर प्रदेश कैसा होना चाहिए। हमें पूरा विश्वास है कि सत्र सुचारू रूप से चलेगा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि आवश्यक विधायी कार्यों के साथ-साथ हम जनता से जुड़े मुद्दों पर भी ध्यान देंगे। सरकार के मंत्री विपक्ष के हर मुद्दे का उत्तर देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। समाजवादी पार्टी के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है। प्रदेश और देश की जनता यह समझती है कि उनकी राजनीति केवल परिवार और जाति के इर्द-गिर्द घूमती है।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि विधानसभा में सरकार एक विजन डॉक्यूमेंट प्रस्तुत करेगी, जिसमें बताया जाएगा कि हम किस प्रकार उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे और भारत के साथ मिलकर 2047 तक उत्तर प्रदेश को एक विकसित राज्य बनाने के लिए कार्य करेंगे।
मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि विपक्ष को सत्र में सकारात्मक तरीके से भाग लेना चाहिए और सदन की चर्चाओं को सड़कों पर ले जाने से बचना चाहिए।
मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मुझे लगता है कि समाजवादी पार्टी की पीडीए स्कूल पहल शिक्षा का राजनीतिकरण है। हम बच्चों की शिक्षा को लेकर पूरी तरह संवेदनशील हैं और हमारी सरकार बेसिक शिक्षा विभाग के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। हम बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा देना चाहते हैं।
वहीं, मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि यह हमारी प्राथमिकता है कि उत्तर प्रदेश प्रगति के साथ कदम से कदम मिलाकर चले। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विधानसभा स्तर पर भी लागू किया गया है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि विधानसभा में एआई का प्रभावी ढंग से उपयोग कैसे किया जा सकता है। कम समय में अधिक कार्य करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। यह सभी संभावनाएं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हासिल की जा सकती हैं।