क्या उत्तराखंड में सीएम धामी ने कांवड़ यात्रा की समीक्षा बैठक की?

सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
- कांवड़ यात्रा के भव्य आयोजन के लिए सरकार प्रयासरत है।
- नवाचार और आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
- चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप में रोका गया है।
- भक्तों के लिए आध्यात्मिक अनुभव को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हरिद्वार, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा के संबंध में गुरुवार को हरिद्वार में अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कांवड़ यात्रा की तैयारियों और सुरक्षा-व्यवस्था का गहनता से मूल्यांकन किया। बैठक के पश्चात मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं के लिए कांवड़ यात्रा भव्य हो और सभी लोग यहां से अच्छा अनुभव लेकर जाएं।
पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है। मौसमी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों के अधिकारी, आपदा प्रबंधन दल, और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से तैयार हैं। हर साल हमें किसी न किसी तरह की आपदाओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन इस बार सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं।
उन्होंने आगे कहा, "हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास की यात्रा को निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं। कई नवाचार किए गए हैं। ऐतिहासिक निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिए गए हैं, जैसे कि अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई, 'लैंड जिहाद', 'लव जिहाद' और 'थूक जिहाद' के खिलाफ कड़ी कार्रवाई।" उन्होंने कहा कि नवाचार के साथ उत्तराखंड तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारा लक्ष्य है कि उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मौसमी कारणों से चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, और भविष्य में हम मौसम के अनुकूल यात्रा जारी रखेंगे। जब यात्रा सुरक्षित होगी, तभी इसे आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान हमारी प्राथमिकता सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा है।
बैठक से पहले, पुष्कर सिंह धामी ने बाबा बर्फानी की तस्वीर साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आस्था और अध्यात्म की धरोहर, तपस्या और सनातन संस्कृति की अद्वितीय झलक श्री अमरनाथ यात्रा प्रारंभ हो रही है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए संकल्पबद्ध होकर इस पवित्र मार्ग पर अग्रसर सभी भक्तों को हार्दिक शुभकामनाएं। यह यात्रा न केवल भक्ति की परीक्षा है, बल्कि आत्मा के शुद्धिकरण का एक अनूठा अवसर भी है। यह पुण्य यात्रा आपके जीवन में आध्यात्मिक उन्नयन, आंतरिक शांति और चिरसुख का संचार करे, ऐसी प्रार्थना करता हूं।