क्या उत्तराखंड में इगास पर्व को लेकर एसएसपी पौड़ी ने शुभकामनाएं और सुरक्षा की अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- इगास बग्वाल पर्व उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है।
- सुरक्षा बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
- पर्व के दौरान पारंपरिक खाद्य पदार्थों का विशेष महत्व है।
- पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
- यह पर्व आपसी भाईचारे और एकता को बढ़ावा देता है।
पौड़ी, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड का प्रसिद्ध पर्व इगास बग्वाल आज पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जा रहा है।
दीपावली के 11 दिन बाद आने वाला यह पर्व उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति, परंपराओं, लोकगीतों और सामूहिक खुशी का प्रतीक है। लोग एक-दूसरे के घर जाकर, लोक नृत्य करते हुए, पारंपरिक भोजन का आनंद लेते हैं और बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह पर्व आपसी प्रेम और एकता को बढ़ावा देने वाला माना जाता है।
इस विशेष अवसर पर पौड़ी गढ़वाल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सर्वेश पवार ने जिले के सभी निवासियों और पूरे उत्तराखंडवासियों को इगास पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि इगास हमारी लोक संस्कृति और पहचान का अभिन्न हिस्सा है। इसे भाईचारे, सौहार्द और खुशी के साथ मनाना चाहिए।
एसएसपी पवार ने लोगों से सुरक्षा और शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि पर्व के दौरान हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वे इसे परंपरागत तरीके से मनाएं, अवैध पटाखों से दूर रहें और शराब का सेवन न करें। साथ ही, सड़क पर चलते समय सुरक्षा नियमों का पालन करें, जैसे कि हेलमेट पहनना और नशे में वाहन न चलाना।
उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन पर्व के दौरान पूरी तरह से मुस्तैद है। किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसएसपी ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि यदि कहीं कोई समस्या हो, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन पर सूचना दें।
इगास पर्व खासकर गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, घरों में खास व्यंजन बनते हैं और शाम को लोकगीतों के साथ नाच-गाना होता है। कई स्थानों पर सामुदायिक भोज का आयोजन भी होता है। यह पर्व धार्मिक और सामाजिक एकता का भी संदेश देता है।
पुलिस प्रशासन ने पर्व को शांतिपूर्ण बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। पौड़ी जिले के प्रमुख बाजारों, मंदिरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए भी विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।