क्या आजीविका मिशन में वाराणसी प्रदेश में फिर से अव्वल हो गई?
सारांश
Key Takeaways
- वाराणसी की महिलाएं आजीविका मिशन के तहत सशक्त हो रही हैं।
- सरकार की योजनाओं से महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।
- महिलाएं समूहों में जुड़कर अपनी पहचान बना रही हैं।
- वाराणसी में चार बार प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया गया है।
- महिलाओं ने अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है।
वाराणसी, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। काशी की महिलाएं अब घरों की चौखट से बाहर निकलकर अपने परिवार की आय बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति दे रही हैं। दीनदयाल अन्त्योदय योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत वाराणसी एक बार फिर से प्रदेश में योजनाओं के कार्यान्वयन और महिलाओं के सशक्तिकरण में प्रथम स्थान पर है।
अक्टूबर 2025 की रैंकिंग में वाराणसी शीर्ष पर है, जबकि पिछले छह महीनों में वाराणसी ने चार बार पहला स्थान प्राप्त किया और दो बार टॉप-10 में अपनी जगह बनाई।
मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह ने बताया कि वाराणसी एक बार फिर से योजनाओं के कार्यान्वयन में प्रदेश में अव्वल है। रैंकिंग के लिए राज्य स्तर पर 37 इंडिकेटर पर रिपोर्ट तैयार की जाती है। पिछले 6 महीनों में वाराणसी ने चार बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यहां महिलाओं को समूहों में जोड़ना, रिवॉल्विंग फंड प्रदान करना, उत्पादक समूह बनाना, बैंक सखियों का चयन और समूहों को ऋण दिलाने में उत्कृष्ट कार्य किया गया है।
उपायुक्त वाराणसी पवन कुमार सिंह ने बताया कि वाराणसी में 11,879 समूहों में 1.38 लाख से अधिक महिलाएं विभिन्न आजीविकापरक गतिविधियों जैसे कृषि, पशुपालन, सब्जी की खेती, फूलों की खेती, ग्रोसरी, आदि से जुड़कर अपने और अपने परिवार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
योगी सरकार द्वारा निरंतर महिलाओं द्वारा उत्पादित उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में सरस मेला और अन्य मेलों में भागीदारी, ऑनलाइन बाजार से जोड़ने और काशी प्रेरणा मार्ट खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। जनपद में आजीविका मिशन और जिला प्रशासन के सहयोग से महिलाओं के रोजगार से जोड़ने के नवीन प्रयास हो रहे हैं।
एकता संकुल समिति विकास खंड आराजीलाइन की वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षक अंजू देवी ने बताया कि योगी सरकार ने आय और सम्मान दोनों दिलाए हैं। समूह में जुड़कर महिलाएं दो से तीन रोजगार कर रही हैं और अपनी पहचान बना रही हैं। जो महिलाएं बैंक जाने से डरती थीं, वे अब आसानी से बैंकिंग सेवाओं का लाभ ले रही हैं।
विकास खंड चिरईगांव की अचार और मुरब्बा बनाने वाली महिला शक्ति स्वयं सहायता समूह की अमृता देवी ने बताया कि डबल इंजन सरकार और सीएम योगी ने महिलाओं का जीवन बदल दिया है। महिलाओं में हुनर था, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वे काम नहीं कर पाती थीं। सरकार की योजना ने महिलाओं की प्रतिभा को निखारा है।