वास्तु दोष : क्या इस दिशा में सीसीटीवी लगाना सही नहीं है? वास्तु शास्त्र के अनुसार जानें कौन सी दिशा है उचित

सारांश
Key Takeaways
- सीसीटीवी लगाते समय दिशा का ध्यान रखें।
- गलत दिशा में सीसीटीवी परेशानी का कारण बन सकता है।
- मुख्य द्वार की दिशा भी महत्वपूर्ण है।
- रसोई की दिशा का स्वास्थ्य पर असर।
- गोलाकार घड़ी की दिशा का ध्यान रखें।
नई दिल्ली, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। विज्ञान के इस युग में भी वैदिक ज्योतिष, वास्तु शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र, हस्तरेखा विज्ञान जैसे प्राचीन शास्त्रों के सिद्धांतों में लोगों का विश्वास कम नहीं हुआ है।
वास्तु शास्त्र जिसे शाब्दिक रूप से 'वास्तुकला का विज्ञान' कहते हैं, यह प्राचीन भारत से वास्तुकला और डिजाइन सिद्धांतों के बारे में व्यापक ज्ञान देता आया है। इसके सिद्धांतों का पालन लोग अपने सपनों का घर तैयार करते समय करते हैं। वास्तु शास्त्र में वास्तुकला की डिजाइन, लेआउट, माप, जमीन की तैयारी, स्थान व्यवस्था और स्थानिक ज्यामिति के सिद्धांतों का वर्णन है, जो एक पारंपरिक हिंदू प्रणाली के तहत है और प्राचीन ग्रंथों पर आधारित है।
आज के इस आधुनिक युग में जब लोग अपनी सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाते हैं, उनमें से कई को यह नहीं पता होता है कि घर की गलत दिशा में लगा हुआ सीसीटीवी कैमरा उनकी बर्बादी का कारण बन सकता है। गलत जगह और दिशा में लगे सीसीटीवी कैमरे की वजह से आपकी परेशानी में इजाफा हो सकता है।
वास्तु शास्त्र के जानकार जिन्हें वास्तुविद कहा जाता है, वह इसके बारे में जानकारी देते हैं। आचार्य लवभूषण ने बताया कि अधिकांश घरों में जहां किसी भी तरह की परेशानी देखने को मिली, उसकी वजह घरों में सीसीटीवी कैमरा ईस्ट, साउथ-ईस्ट, साउथ-साउथ वेस्ट और वेस्ट-नॉर्थ-वेस्ट में लगा होना था। जिसके कारण लोगों की कई तरह की परेशानियां बढ़ीं और साथ ही उन्हें कई तरह की अन्य मुसीबतों का सामना करना पड़ा और धन हानि उठानी पड़ी।
उनके अनुसार केवल सीसीटीवी कैमरा ही नहीं, बल्कि इन दिशाओं में किसी को भी अपने बच्चों की फोटो अथवा घड़ी भी नहीं लगानी चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगर घर का मुख्य द्वार सही दिशा में नहीं बना हो तो भी घर पर मुसीबतों की बाढ़ आ जाती है। आचार्य लवभूषण के अनुसार यदि आपके घर का मुख्य द्वार नॉर्थ-ईस्ट दिशा में हो तो ऐसे घरों में हमेशा आग लगने का खतरा होता है। वहीं साउथ-ईस्ट दिशा में मुख्य द्वार होने पर बच्चे झूठ बोलना शुरू कर देते हैं, जो अभिभावकों के लिए चिंता का कारण बनता है। साउथ वेस्ट में मुख्य द्वार होने से घर में संतान संबंधी दिक्कतें उत्पन्न हो जाती हैं। ऐसे लोगों के वंशहीन होने की संभावना बढ़ जाती है। नॉर्थ वेस्ट दिशा में मुख्य द्वार होने पर घर की महिलाएं बाहरी लोगों के बहकावे में जल्दी आ जाती हैं, और ऐसे घरों में झूठे कोर्ट केस होने की संभावना अधिक होती है।
वास्तुविद के अनुसार घर में किचन अगर सही दिशा में हो तो ऐसे किचन में पकाया भोजन ना केवल घर के सदस्यों को हमेशा निरोगी और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रखता है, बल्कि धन और समृद्धि का कारक भी होता है। यदि रसोईघर गलती से उत्तर-पूर्व या पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा में बना हो तो ऐसे घरों में दरिद्रता के साथ-साथ वाद-विवाद और बीमारी बनी रहती है।
इसके साथ ही वास्तुविद ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार जाने-अनजाने में गलत दिशा में लगाई गई घड़ी भी आपको परेशानी में डाल सकती है। यदि आपने दक्षिण दिशा या पूर्व दिशा में गोल आकार की घड़ी लगा दी, तो आपके बने बनाए काम बिगड़ सकते हैं। क्योंकि वास्तु के मुताबिक इन दिशाओं में गोलाकार घड़ी नकारात्मक ऊर्जा पैदा करती है, जबकि अगर गोल आकार की घड़ी उत्तर दिशा या पश्चिम दिशा में लगा दी जाए, तो यह बेहद शुभ होता है।