क्या विजयपुरा में लगातार भूकंपों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है?
सारांश
Key Takeaways
- विजयपुरा में पिछले दो महीनों में 11 भूकंप के झटके आए हैं।
- भूकंप की तीव्रता 3.0 रिक्टर स्केल पर दर्ज की गई है।
- स्थानीय प्रशासन ने आपातकालीन हेल्पलाइन शुरू की है।
- लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
- भूकंप के कारणों की जांच भू-वैज्ञानिकों की टीम कर रही है।
विजयपुरा, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के विजयपुरा जिले में बार-बार आ रहे भूकंपों ने यहां के निवासियों की नींद उड़ा दी है। पिछले दो महीनों में यहां 11 झटके महसूस किए गए हैं।
मंगलवार रात 11:41 बजे और बुधवार सुबह करीब 5:30 बजे भूकंप के झटके फिर से आए। इन झटकों के बाद लोग तेजी से अपने घरों से बाहर निकल आए। कई क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों ने भूकंप के दौरान का मंजर कैद किया, जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि जैसे ही झटके लगे, दीवारें और सड़क पर खड़े वाहन हिलने लगे और कुत्ते जोर-जोर से भौंकने लगे।
भूकंप के केंद्र से रिक्टर स्केल पर 3.0 तीव्रता दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तीव्रता मध्यम स्तर की है, लेकिन बार-बार आने से खतरा बढ़ रहा है। अभी तक किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की कोई सूचना नहीं है, लेकिन लोग भयभीत हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, जब रात में सोते समय अचानक बिस्तर हिलता है, तो दिल बैठ जाता है। बच्चे रोने लगते हैं और बुजुर्ग घबरा जाते हैं। अब कई परिवार रात में घर के बाहर सोने लगे हैं। दुकानदारों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है, और स्कूलों में बच्चों के बीच डर का माहौल है।
भू-वैज्ञानिकों की एक टीम मौके पर पहुँच गई है और वे भूकंप के कारणों की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक निष्कर्ष बताते हैं कि यह क्षेत्र भूकंपीय रूप से सक्रिय नहीं है, फिर भी इतनी बार-बारता चिंता का विषय है। विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी है।
जिला प्रशासन ने आपातकालीन हेल्पलाइन शुरू की है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे पुरानी इमारतों में न रहें और भूकंप आने पर टेबल के नीचे छिपें। अभी तक राहत शिविर की आवश्यकता नहीं पड़ी है, लेकिन यदि आवश्यक पड़ा तो तुरंत व्यवस्था की जाएगी। निरंतर भूकंपों के कारण विजयपुरा में लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। जांच जारी है, और जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी।