क्या विपक्ष का एक ही राग है अब्बा-डब्बा-जब्बा? वोट चोरी के आरोप पर भाजपा का पलटवार

सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष का एकमात्र राग अब्बा-डब्बा-जब्बा है।
- घुसपैठियों को बचाना विपक्ष का मुख्य लक्ष्य है।
- संविधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विपक्ष पर सीधा हमला किया। उन्होंने कहा कि आज कई राजनीतिक दलों के नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, लेकिन उनकी विश्वसनीयता और संविधानिक संस्थाओं के प्रति उनका रवैया संदिग्ध है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, "आज मैंने देखा कि अनेक राजनीतिक पार्टियों के लोग एकत्र होकर प्रेस वार्ता कर रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आपकी खंडपीठ बड़ी है, या सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ बड़ी है। जब सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर पर रोक नहीं लगाई है, तो आप कौन सी खंडपीठ हैं जो घोषणा कर रहे हैं कि चोरी हो रही है? यह दिखाता है कि आप संवैधानिक संस्थाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "सिर्फ चुनाव आयोग ही नहीं, देश की कोई भी ऐसी संवैधानिक संस्था नहीं है, जिस पर कांग्रेस परिवार और उनके इर्द-गिर्द घूमने वाले परिवारों ने हमला नहीं किया हो। याद कीजिए, ये वही लोग हैं जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर उंगली उठाने की हिमाकत की थी।"
भाजपा प्रवक्ता ने विपक्ष को अनाड़ी बताया और कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने रविवार को सभी मुद्दों पर विस्तार से जवाब दिया, लेकिन कुछ लोग इसे नहीं समझते। उनका (विपक्ष का) एक ही राग है: अब्बा-डब्बा-जब्बा।
उन्होंने कहा, "विपक्ष का मुख्य उद्देश्य घुसपैठियों को बचाना है। कांग्रेस और उनके सहयोगियों का मकसद घुसपैठियों को संरक्षण देना है। भारत की जनता जानती है कि आप किस प्रकार से वोट बैंक की राजनीति करते हैं। लेकिन इस देश के संसाधनों पर इस देश की जनता का अधिकार है।"
संबित पात्रा ने सवाल उठाते हुए कहा, "सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार, भारत के चुनाव आयोग को चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार करने का अधिकार है। कांग्रेस, राजद, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का लक्ष्य बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा करना है।"