क्या शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण करती है? खेसारी लाल यादव ने वोट डालने के बाद कहा
सारांश
Key Takeaways
- शिक्षा ही राष्ट्र का निर्माण करती है।
- राम मंदिर जाने से शिक्षक नहीं बनते।
- बिहार के विकास के लिए बेहतर विश्वविद्यालयों की आवश्यकता।
- सरकार बदलने से विकास में सुधार संभव।
- मतदाता को वोट देने की आवश्यकता।
छपरा, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गुरुवार को 121 सीटों पर मतदान की प्रक्रिया जारी है। भोजपुरी फिल्मों के मशहूर गायक और अभिनेता, तथा छपरा सीट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार खेसारी लाल यादव ने आज वोट डाला।
मतदान के बाद, वे अपने खास अंदाज में नजर आए और राम मंदिर पर दिए गए अपने पुराने बयान पर कायम रहते हुए कहा, "मंदिर जाकर मैं शिक्षक नहीं बन जाऊंगा।" उन्होंने राज्य में उत्तम विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने बिहार में विकास के लिए सरकार के परिवर्तन की आवश्यकता पर बल दिया।
चुनाव के दौरान भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह के बयान पर मीडिया से बातचीत करते हुए खेसारी लाल यादव ने कहा, "जो लोग मुझ पर टिप्पणी कर रहे हैं, उनका बिहार के विकास से कोई संबंध नहीं है। मैं यहाँ किसी से लड़ने नहीं आया हूँ, बल्कि बिहार के विकास, शिक्षा, पलायन रोकने, नौकरी, रोजगार और अस्पतालों के लिए आया हूँ। मेरा मानना है कि जब तक यह सरकार नहीं बदलेगी, तब तक बिहार में बेहतर विकास की कोई संभावना नहीं है।"
राम मंदिर पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मैं अपने पुराने बयान पर कायम हूं। आस्था होना अच्छी बात है, लेकिन केवल मंदिर जाने से क्या मैं शिक्षक बन जाऊंगा? आस्था व्यक्तिगत मामला है, लेकिन शिक्षा ही एक राष्ट्र का निर्माण करती है। तो हाँ, मंदिर बनाइए, मस्जिद बनाइए, लेकिन साथ ही अच्छे विश्वविद्यालय भी बनाइए। हमारे बच्चों की शिक्षा और भविष्य के लिए काम करना आवश्यक है।"
जनता से अपील करते हुए उन्होंने कहा, "आपको वोट देना चाहिए, क्योंकि यही आपके बच्चों का भविष्य तय करेगा। मैंने नाश्ता नहीं किया है। मैं उठा और वोट देने आया हूँ। अगर मैं वोट नहीं डालूंगा, तो दूसरों को कैसे प्रेरित कर पाऊंगा? जिसे चाहें वोट दें, लेकिन यही आपके बच्चों का भविष्य तय करेगा।"