क्या यमुना प्राधिकरण को जीआईएस में मिला विशेष उपलब्धि पुरस्कार?

Click to start listening
क्या यमुना प्राधिकरण को जीआईएस में मिला विशेष उपलब्धि पुरस्कार?

सारांश

यमुना प्राधिकरण की जीआईएस क्षेत्र में मिली विशेष उपलब्धि पुरस्कार ने इसे आधुनिक तकनीक में अग्रणी बना दिया है। जानिए कैसे इस पुरस्कार ने प्राधिकरण की स्मार्ट गवर्नेंस और भूमि प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Key Takeaways

  • यमुना प्राधिकरण को जीआईएस में सम्मान मिला है।
  • स्मार्ट गवर्नेंस में तकनीकी नवाचार का उपयोग।
  • वनमैप जियोपोर्टल का महत्व।
  • अवैध अतिक्रमण की पहचान हेतु परिवर्तन विश्लेषण
  • पारदर्शी नागरिक सेवाओं का सुनिश्चित करना।

नई दिल्ली, ३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) के क्षेत्र में विशेष उपलब्धि पुरस्कार (स्पेशल अचीवमेंट अवार्ड) से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार ईएसआरआई यूजर कॉन्फ्रेंस में प्रदान किया गया, जिसका आयोजन दिल्ली के एरोसिटी स्थित होटल पुलमैन में किया गया।

इस अवसर पर यमुना प्राधिकरण की ओर से यह सम्मान प्राधिकरण के ओएसडी (आईएएस) शैलेंद्र कुमार भाटिया ने प्राप्त किया। यह सम्मान प्राधिकरण द्वारा स्मार्ट गवर्नेंस, भूमि प्रबंधन और नागरिक केंद्रित सेवाओं में जीआईएस तकनीक के अभिनव उपयोग के लिए दिया गया। इस समारोह में प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में योजनाबद्ध शहरी एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है। इसके लिए प्राधिकरण आधुनिक बुनियादी ढांचा, पारदर्शी प्रशासन और नागरिकों को केंद्र में रखकर सेवाओं की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। इस उपलब्धि के केंद्र में है यमुना प्राधिकरण वनमैप जियोपोर्टल, जिसे ईएसआरआई टेक्नोलॉजी स्टैक द्वारा संचालित किया जा रहा है। यह एक एंटरप्राइज समाधान है जो केंद्रीकृत डेटा प्रबंधन और उन्नत निर्णय-समर्थन उपकरण प्रदान करता है।

इसके माध्यम से अवैध अतिक्रमण की पहचान के लिए परिवर्तन विश्लेषण (चेंज एनालिसिस) और फील्ड वर्क से पहले वर्चुअल सर्वे (प्री सर्वे मैपिंग) जैसे कई अभिनव कार्य किए जा रहे हैं।

यमुना प्राधिकरण में जीआईएस के प्रमुख उपयोग क्षेत्र में भूमि प्रबंधन- आवंटित, उपलब्ध और अधिग्रहित भूखंडों का डिजिटल रिकॉर्ड। शहरी नियोजन- मास्टर प्लान, जोनिंग, सड़कों और सुविधाओं के लिए सहायता। अतिक्रमण पहचान-भूमि के अवैध कब्जे और दुरुपयोग की निगरानी। प्री-सर्वे मैपिंग- फील्ड वर्क से पहले वर्चुअल सर्वेक्षण नागरिक सेवाएं- मानचित्र, भूखंड विवरण और विकास योजनाओं के लिए ऑनलाइन पोर्टल। निर्णय सहयोग- नीतियों और परियोजनाओं के अनुमोदन हेतु डैशबोर्ड और एनालिटिक्स। अंतर-विभागीय एकीकरण- योजना, राजस्व, अभियंत्रण और प्रवर्तन विभागों के लिए साझा मंच करना आता है।

यमुना प्राधिकरण वनमैप जियोपोर्टल एक केंद्रीकृत जीआईएस प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है, जो सटीक भूमि प्रबंधन, स्मार्ट योजना, सक्रिय अतिक्रमण निगरानी और पारदर्शी नागरिक सेवाओं को सुनिश्चित करता है। यह उपलब्धि प्राधिकरण की सतत विकास और कुशल प्रशासन के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

Point of View

बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे तकनीकी नवाचार शहरी विकास में सहायक हो सकते हैं। इस प्रकार की उपलब्धियां राष्ट्रीय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

यमुना प्राधिकरण को पुरस्कार कब मिला?
यमुना प्राधिकरण को यह पुरस्कार ३ सितंबर को मिला।
यह पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया गया?
यह पुरस्कार जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) के क्षेत्र में दिया गया।
पुरस्कार किस आयोजन में प्रदान किया गया?
यह पुरस्कार ईएसआरआई यूजर कॉन्फ्रेंस में प्रदान किया गया।
यमुना प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य क्या है?
यमुना प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में योजनाबद्ध शहरी एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है।
वनमैप जियोपोर्टल का क्या महत्व है?
वनमैप जियोपोर्टल एक केंद्रीकृत जीआईएस प्लेटफॉर्म है, जो सटीक भूमि प्रबंधन और पारदर्शी नागरिक सेवाएं सुनिश्चित करता है।