क्या सपा सांसद का बयान देश के लिए जल्लाद है?
सारांश
Key Takeaways
- आरके चौधरी का बयान विवादास्पद है।
- सीताराम दास महाराज ने इसकी कड़ी निंदा की है।
- बयान को लेकर साधु-संतों का रोष है।
- भारतीय सनातन संस्कृति का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
- राजनीति में धर्म का महत्व है।
अयोध्या, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद आरके चौधरी द्वारा दिए गए बयान 'शव जलाने और होलिका दहन से हो रहा वायु प्रदूषण' पर अयोध्या के सीताराम दास महाराज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो इस तरह की बातें करते हैं, वे इस देश के लिए जल्लाद हैं।
अयोध्या में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए सीताराम दास महाराज ने कहा कि आरके चौधरी की सोच विकृत हो चुकी है। ये लोग निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि भारत को एक इस्लामिक राष्ट्र में बदला जाए, जो कि एक गहरी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को भारतीय सनातन सभ्यता के बारे में सही जानकारी नहीं है, तो वे यहाँ क्यों हैं? जहां की संस्कृति उन्हें पसंद है, वहां जाएं। भारत में रहकर सनातन का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
सीताराम दास महाराज ने यह भी कहा कि सपा सांसद जैसे लोग देश में दंगे कराना चाहते हैं। वे एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए हिन्दुओं की आस्था और उनकी संस्कृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे बयानों से वे राष्ट्रद्रोह कर रहे हैं।
सीताराम दास महाराज ने सपा सांसद को चुनौती दी कि क्या उनमें साहस है कि वे बकरीद पर भी बयान दें। उन्होंने कहा कि बकरीद पर जब जानवरों की बलि दी जाती है, तब प्रदूषण नहीं फैलता? जब पशुओं के खून से ज़मीन लाल होती है, तब वह प्रदूषण नहीं होता? होलिका दहन हमारी सनातन परंपरा का प्रतीक है, इसके खिलाफ बयानबाजी करने वाले को भारत में रहने का हक नहीं है।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या होलिका दहन से वाकई प्रदूषण फैलता है।
योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी से अपील करते हुए सीताराम दास महाराज ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि सपा सांसद के बयान के खिलाफ देशभर के साधु-संतों ने रोष प्रकट किया है। साधु-संतों का मानना है कि वोट बैंक की राजनीति के लिए हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई जा रही है।