क्या जाकिर हुसैन कॉलेज में छात्रों के दो गुटों में झड़प हुई? एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने लगाए गंभीर आरोप

सारांश
Key Takeaways
- जाकिर हुसैन कॉलेज में छात्रों के दो गुटों के बीच झड़प हुई।
- एनएसयूआई अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए।
- दिल्ली पुलिस ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
- यह घटना चुनावी माहौल में तनाव का संकेत हो सकती है।
- क्रिकेट मैच पर भी राजनीतिक सवाल उठाए गए हैं।
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डुसू) के जाकिर हुसैन कॉलेज में डूसू चुनावों से पूर्व छात्रों के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हस्तक्षेप का आरोप लगाया है। चौधरी ने कहा कि भाजपा को डूसू चुनावों में हार का भय है, इसलिए वे धमकियाँ दे रहे हैं।
जाकिर हुसैन कॉलेज में दो छात्र गुटों के बीच मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए कमला मार्केट थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा, "दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता डूसू चुनावों में हस्तक्षेप कर रही हैं। उन्हें डर है कि एबीवीपी हार जाए और एनएसयूआई जीत जाए। इसलिए वे बीच में आ गई हैं। एबीवीपी के लोग भयभीत हैं, इसलिए वे डरा-धमका रहे हैं। एनएसयूआई डरने वाली नहीं है। इस बार हम सभी सीटें जीतने का इरादा रखते हैं।"
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इशारे पर डीयू प्रशासन एनएसयूआई के उम्मीदवारों को परेशान कर रहा है। उन्हें शो-कॉज नोटिस जारी कर नामांकन रद्द करने की धमकी दी जा रही है। चौधरी ने दिल्ली पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
वरुण चौधरी ने यह भी कहा, "यह चुनाव छात्रों की एकजुटता का प्रतीक बनेगा। हम संविधान के साथ खड़े हैं।"
उन्होंने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर सवाल उठाते हुए कहा, "एक साल भी नहीं हुआ, जब पहलगाम में आतंकवादी हमले के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। फिर भी इंडिया-पाकिस्तान मैच का आयोजन हो रहा है। यह गलत है। अमित शाह कहां गए, जो कहते थे 'मैं साथ हूं'? उन्होंने धोखा दिया है।"
चौधरी ने यह शर्त रखी कि "इंडिया-पाकिस्तान मैच तभी हो सकता है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मीडिया के सामने माफी मांगें।" उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान लगाई गई पाबंदियाँ क्रिकेट पर भी लागू होनी चाहिए।