क्या जुबीन गर्ग केस में आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया?

सारांश
Key Takeaways
- जुबीन गर्ग की संदिग्ध मौत का मामला गंभीर है।
- पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
- पुलिस की जांच अभी जारी है।
- सिंगापुर में भी जांच की संभावना है।
- यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मुंबई, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की सिंगापुर में संदिग्ध मौत के मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस मामले में अदालत ने पांच आरोपियों को दो सप्ताह की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।
इन आरोपियों में जुबीन के चचेरे भाई और डीएसपी संदीपन गर्ग, मैनेजर सिद्धार्थ सरमा, फेस्टिवल आयोजक श्यामकानु महंत, संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी और गायिका अमृतप्रभा महंत शामिल हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इन पर जहर देने और साजिश रचने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कामरूप महानगर जिले के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बालोराम क्षेत्री की अदालत ने इन सभी को पुलिस रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दिलचस्प बात यह है कि किसी भी आरोपी का प्रतिनिधित्व कोई वकील नहीं कर रहा था और न ही अदालत में जमानत याचिका दायर की गई थी। जांच के दौरान इनका स्थान गुवाहाटी सेंट्रल जेल में हो सकता है।
श्यामकानु महंत उस कार्यक्रम के आयोजक हैं, जिसमें दिवंगत गायक शामिल होने गए थे। सिद्धार्थ सरमासंदीपन गर्ग, जो जुबीन के चचेरे भाई हैं, उस समय घटनास्थल पर थे जब जुबीन गर्ग की मृत्यु हुई।
असम पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) और क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) इस मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। हाल ही में, नई दिल्ली से दिवंगत गायक की विसरा रिपोर्ट गुवाहाटी आई है। इस बारे में सीआईडी और एसआईटी के विशेष पुलिस महानिदेशक एमपी गुप्ता ने मीडिया को बताया।
गुप्ता ने कहा, “हम सीधे तौर पर सिंगापुर जाकर पूछताछ नहीं कर सकते, इसलिए हमने गृह मंत्रालय के माध्यम से वहां की पुलिस से संपर्क किया है।”
उन्होंने आगे जानकारी दी कि “सिंगापुर पुलिस तक हमारा संदेश पहुंच चुका है और वह इस पर विचार कर रही है। सिंगापुर का अटॉर्नी जनरल कार्यालय इस पर निर्णय लेगा। अगर सिंगापुर के अधिकारी हमें वहां आकर जांच करने में मदद करने को कहते हैं, तभी हम वहां जा सकते हैं। फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है और हमें विश्वास है कि निश्चित समय में हम चार्जशीट फाइल कर देंगे।”