क्या अदाणी पावर ने बीएसपीजीसीएल के साथ पीरपैंती प्लांट के लिए पावर सप्लाई एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए?

सारांश
Key Takeaways
- अदाणी पावर ने बीएसपीजीसीएल के साथ 2,400 मेगावाट का एग्रीमेंट किया।
- निवेश लगभग 3 अरब डॉलर होगा।
- प्लांट का निर्माण 60 महीनों में पूरा होगा।
- 10,000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
- यह परियोजना बिहार के ऊर्जा क्षेत्र को सुदृढ़ करेगी।
नई दिल्ली, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) ने हाल ही में जानकारी दी है कि उसने बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीजीसीएल) के साथ राज्य को 2,400 मेगावाट बिजली की आपूर्ति के लिए 25 वर्ष के पावर सप्लाई एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस एग्रीमेंट के तहत भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर थर्मल पावर जनरेटर कंपनी बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल प्लांट से बिजली की आपूर्ति करेगी।
यह प्रगति पिछले महीने अगस्त में एपीएल को बीएसपीजीसीएल से नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) द्वारा दिए गए लेटर ऑफ अवार्ड के बाद हुई है।
अदाणी पावर ने 6.075 रुपए प्रति किलोवाट घंटे की न्यूनतम सप्लाई रेट की पेशकश कर यह परियोजना हासिल की।
एपीएल ने बताया, "कंपनी डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन एंड ऑपरेट (डीबीएफओओ) मॉडल के तहत नए प्लांट (800 मेगावाट x 3) और इसके सपोर्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर लगभग 3 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है।"
भारत सरकार की शक्ति नीति के तहत इस पावर प्लांट के लिए कोयला लिंकेज आवंटित किया गया है।
यह परियोजना निर्माण चरण के दौरान लगभग 10,000 से 12,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगी और इसके शुरू होने पर 3,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
एपीएल का लक्ष्य 60 महीनों में इस प्लांट को चालू करना है।
इससे पहले भारत में थर्मल पावर टेंडर में ग्रीनशू ऑप्शन को अपनाने के साथ एपीएल को एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (एमपीपीएमसीएल) से कुल 1,600 मेगावाट क्षमता के लिए लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) मिल चुका है।
एपीएल को एमपीपीएमसीएल से ग्रीनशू ऑप्शन के तहत 800 मेगावाट अतिरिक्त क्षमता के लिए एलओए मिला है।
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित 800-800 मेगावाट की दोनों यूनिट अपॉइंटेड डेट से 60 महीनों के भीतर चालू हो जाएंगी। कंपनी प्लांट और इसके सपोर्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को सेटअप करने के लिए लगभग 21,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस परियोजना से भी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
कंपनी के अनुसार, इस परियोजना से निर्माण चरण के दौरान 9,000-10,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है और निर्माण चरण पूरा होने के बाद 2,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।