क्या एक साधारण रक्त परीक्षण बताएगा कि 10 वर्षों में आपको लिवर सिरोसिस होगा?

सारांश
Key Takeaways
- साधारण रक्त परीक्षण लिवर सिरोसिस और कैंसर के जोखिम का पता लगा सकता है।
- यह अध्ययन 10 वर्षों में गंभीर लिवर रोग के जोखिम का अनुमान लगाता है।
- शोधकर्ताओं ने 480,000 लोगों के डेटा का विश्लेषण किया।
- 'कोर' मॉडल 88 प्रतिशत मामलों में सही पहचान करने में सक्षम है।
- यह प्राथमिक चिकित्सा में जल्दी पहचान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नई दिल्ली, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एक नए अध्ययन के अनुसार, साधारण रक्त परीक्षण से गंभीर लिवर सिरोसिस या कैंसर के जोखिम का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।
स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में बताया कि यदि प्राइमरी केयर में साधारण रक्त परीक्षण को गंभीरता से लिया जाए, तो सिरोसिस और लिवर कैंसर का जल्दी पता लगाया जा सकता है।
इस परीक्षण को विकसित करने वाले टीम के सदस्य रिकार्ड स्ट्रैंडबर्ग ने कहा, "ये बीमारियाँ तेजी से सामान्य होती जा रही हैं और अगर इनका समय पर पता नहीं चले तो परिणाम बहुत गंभीर हो सकते हैं।"
स्ट्रैंडबर्ग ने आगे बताया, "हमारी विधि 10 वर्षों में गंभीर लिवर रोग के जोखिम का पता लगाने में सक्षम है और यह तीन सरल नियमित रक्त परीक्षणों पर आधारित है।"
यह अध्ययन द बीएमजे पत्रिका में प्रकाशित हुआ है, जिसमें शोधकर्ताओं ने यह मूल्यांकन किया कि इस विधि से गंभीर यकृत रोग के जोखिम का अनुमान कितना सही है।
यह मॉडल, जिसे कोर कहा जाता है, उन्नत सांख्यिकीय विधियों का उपयोग करके विकसित किया गया है और यह पांच कारकों पर आधारित है: आयु, लिंग और तीन सामान्य लिवर एंजाइम्स (एएसटी, एएलटी और जीजीटी) का स्तर, जिन्हें सामान्यतः स्वास्थ्य जांच के दौरान मापा जाता है।
कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के मेडिसिन विभाग के सहायक प्रोफेसर और प्रमुख अन्वेषक हेंस हैगस्ट्रॉम ने कहा, "प्राथमिक चिकित्सा में लिवर रोग की शीघ्र पहचान के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।"
हैगस्ट्रॉम के अनुसार, यह अध्ययन मरीजों की पहचान कर रोगों के उपचार में हमारी सहायता कर सकता है।
यह अध्ययन स्टॉकहोम में 480,000 से अधिक लोगों के डेटा पर आधारित है, जिन्होंने 1985 और 1996 के बीच हेल्थ चेकअप करवाया और जिनकी निगरानी अगले 30 वर्षों तक की गई।
शोध टीम ने बताया कि 'कोर' मॉडल अत्यधिक सटीक था, जो 88 प्रतिशत मामलों में उन लोगों के बीच अंतर करने में सक्षम रहा जिन्हें ये बीमारियाँ हुई थीं।