क्या किसानों और छोटे उद्योगों का कल्याण हमारी 'सर्वोच्च प्राथमिकता' है?

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क्या किसानों और छोटे उद्योगों का कल्याण हमारी 'सर्वोच्च प्राथमिकता' है?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में वाराणसी में किसानों और छोटे उद्योगों के कल्याण को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने देश की आर्थिक स्थिति को भी उजागर किया, जब अमेरिका ने भारत पर टैरिफ लगाने की घोषणा की। जानिए मोदी के इस बयान का क्या अर्थ है।

Key Takeaways

  • किसानों, छोटे उद्योगों और युवाओं का कल्याण है प्राथमिकता।
  • भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
  • अमेरिकी टैरिफ की चुनौतियों का सामना करने में सतर्क रहना होगा।
  • स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की आवश्यकता।
  • भारत और अमेरिका के बीच मजबूत साझेदारी।

वाराणसी, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि किसानों, छोटे उद्योगों और युवाओं का कल्याण सरकार की "सर्वोच्च प्राथमिकता" है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है।

पीएम मोदी का यह वक्तव्य ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 7 अगस्त से भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है।

अमेरिकी टैरिफ वृद्धि से उत्पन्न उथल-पुथल के बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती की पुष्टि करते हुए कहा कि देश को अपने आर्थिक हितों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और "स्वदेशी" उत्पादों को अपनाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने वाराणसी में एक रैली के दौरान कहा, "वैश्विक स्तर पर अस्थिरता का माहौल है। सभी देश अपने-अपने हितों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है और इसलिए भारत को अपने आर्थिक हितों के प्रति सतर्क रहना होगा।"

इस सप्ताह की शुरुआत में, ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि रूसी तेल खरीदने पर भारत को अतिरिक्त टैरिफ दंड का सामना करना पड़ेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा यह दावा किए जाने के बाद कि भारत ने संभवतः रूसी तेल खरीदना बंद कर दिया है, सरकारी सूत्रों ने शनिवार को स्पष्ट किया कि रूस से तेल आयात पर ऐसी कोई रोक नहीं है। सूत्रों के अनुसार, "भारत की ऊर्जा खरीद राष्ट्रीय हितों और बाजार की ताकतों से प्रेरित है। हमारे पास भारतीय तेल कंपनियों द्वारा रूसी आयात रोकने की कोई रिपोर्ट नहीं है।"

शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत और अमेरिका शेयर किए गए हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और मजबूत जन-जन संबंधों पर आधारित एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं और इस साझेदारी ने कई बदलावों और चुनौतियों का सामना किया है।

प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, सरकार देश के सर्वोत्तम हित में हर संभव प्रयास कर रही है।

प्रधानमंत्री ने रैली में अपने भाषण के दौरान कहा, "जो लोग देश का भला चाहते हैं और भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देखना चाहते हैं, उन्हें अपने मतभेदों को भुलाकर 'स्वदेशी' उत्पादों के लिए संकल्प लेना चाहिए। हम केवल वही चीजें खरीदेंगे जो भारतीयों द्वारा बनाई गई हैं। हमें वोकल फॉर लोकल को अपनाने की जरूरत है।"

Point of View

छोटे उद्योगों और युवाओं के कल्याण पर है। अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से उत्पन्न चुनौतियों के बीच, मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए रखने का संकल्प लिया है। हमारे राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा और स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
NationPress
02/08/2025

Frequently Asked Questions

प्रधानमंत्री मोदी ने किसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है?
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों, छोटे उद्योगों और युवाओं के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
अमेरिका ने भारत पर क्या टैरिफ लगाया है?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने 7 अगस्त से भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
मोदी ने स्वदेशी उत्पादों के बारे में क्या कहा?
मोदी ने कहा कि हमें स्वदेशी उत्पादों को अपनाना चाहिए और वोकल फॉर लोकल का समर्थन करना चाहिए।
क्या भारत ने रूसी तेल खरीदना बंद किया है?
सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि भारत ने रूसी तेल खरीदना बंद नहीं किया है।
भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी का क्या महत्व है?
भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों और साझा हितों पर आधारित है, जो कई चुनौतियों का सामना कर रही है।