क्या 'मन की बात' में पीएम मोदी ने विज्ञान, विरासत और विविधता का संदेश दिया?

सारांश
Key Takeaways
- मन की बात में विज्ञान और नवाचार पर जोर दिया गया है।
- भारत के मराठा किलों को विश्व धरोहर का दर्जा मिला है।
- बच्चों के इंस्पायर मानक अभियान ने लाखों बच्चों को जोड़ा है।
- पर्यावरण संरक्षण में लोकगीतों का योगदान महत्वपूर्ण है।
- मछली पालन द्वारा समाज में बदलाव लाने की प्रेरक कहानी।
नई दिल्ली, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। 124वें एपिसोड में उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। भारत की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने समाज और देश के विकास में लोगों के योगदान की सराहना की।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधान मंत्री मोदी ने शुभांशु शुक्ला का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी पर देश में बड़ी चर्चा हुई। पूरा देश गर्व से भरा हुआ है। अगस्त 2023 में चंद्रयान-3 की सफलता का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि इसने विज्ञान और अंतरिक्ष के प्रति बच्चों में नई जिज्ञासा जगाई है। अब छोटे बच्चे भी अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने का सपना देख रहे हैं।
प्रधान मंत्री मोदी ने 'इंस्पायर मानक' अभियान के बारे में भी बताया। यह बच्चों के नवाचार को बढ़ावा देने वाला अभियान है, जिसमें हर स्कूल से 5 बच्चे चुने जाते हैं और उनके नए विचारों को प्रोत्साहित किया जाता है। इस अभियान से लाखों बच्चे जुड़े हैं, और चंद्रयान-3 की सफलता के बाद इनकी संख्या दो गुना हो गई है।
विरासत के महत्व पर भी बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में भारत के मराठा किलों को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह एक गर्व की बात है। उन्होंने राजस्थान के कई प्रसिद्ध किलों का उल्लेख किया, जैसे चित्तौड़गढ़, कुंभलगढ़ और रणथंभौर।
उन्होंने अगस्त को क्रांति का महीना बताते हुए खुदीराम बोस और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 11 अगस्त 1908 को खुदीराम ने अपने देशप्रेम का परिचय दिया था।
प्रधान मंत्री मोदी ने हैंडलूम स्टार्टअप्स के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, "टेक्सटाइल सेक्टर हमारे सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है।" आज भारत के पास 3000 से अधिक टेक्सटाइल स्टार्टअप्स हैं, जो हमारी हैंडलूम पहचान को वैश्विक पहचान दे रहे हैं।
भारत की विविधता के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने पर्यावरण संरक्षण में लोकगीतों के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ओडिशा में राधाकृष्ण संकीर्तन मंडली पारंपरिक गीतों के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने 'ज्ञान भारतम् मिशन' का भी उल्लेख किया, जिसमें प्राचीन पांडुलिपियों का संरक्षण किया जा रहा है। इन पांडुलिपियों में विज्ञान, चिकित्सा, और दर्शन के ज्ञान का समावेश है।
124वें एपिसोड की एक विशेषता पक्षियों की गणना में एआई के उपयोग का भी था। पीएम मोदी ने बताया कि असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में पहली बार ग्रासलैंड बर्ड सेंसस किया गया है।
उन्होंने झारखंड के गुमला जिले के ओम प्रकाश साहू की कहानी साझा की, जिसने मछली पालन शुरू कर हिंसा का रास्ता छोड़ दिया और अब उसके प्रयास से कई परिवार मछली पालन से जुड़े हैं।
प्रधान मंत्री ने 'खेलो भारत नीति 2025' और स्वच्छता अभियान की भी चर्चा की। उन्होंने भारत द्वारा 'विश्व पुलिस और अग्निशमन' खेल में मिली सफलता का उल्लेख किया।
कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने आगामी त्योहारों के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि ये पर्व हमें प्रकृति से जुड़ाव और संतुलन का संदेश देते हैं।