क्या 8.5 करोड़ व्यस्क और 1.5 करोड़ बच्चे ई-सिगरेट का इस्तेमाल कर रहे हैं? डब्ल्यूएचओ की चिंता

सारांश
Key Takeaways
- 8.5 करोड़ व्यस्क ई-सिगरेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
- 1.5 करोड़ बच्चे ई-सिगरेट का उपयोग कर रहे हैं।
- डब्ल्यूएचओ ने तंबाकू नियंत्रण में बढ़ती समस्याओं को उजागर किया है।
- तंबाकू का सेवन 2000 में 1.38 अरब था, जो 2024 में 1.2 अरब होने की उम्मीद है।
- महिलाओं में तंबाकू छोड़ने की प्रवृत्ति बढ़ रही है।
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें कहा गया है कि हाल के वर्षों में तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या में गिरावट आई है, लेकिन तंबाकू उद्योग ने नए तरीके अपनाकर युवाओं को नशे की एक नई लहर में फंसाने का प्रयास किया है। इस नई लहर का मुख्य कारण ई-सिगरेट है, जो तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं।
डब्ल्यूएचओ ने पहली बार वैश्विक स्तर पर ई-सिगरेट का उपयोग करने वालों की संख्या का अनुमान लगाया है, जो 10 करोड़ से अधिक है। इनमें से लगभग 8.6 करोड़ वयस्क हैं, जो मुख्य रूप से समृद्ध देशों में निवास करते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 1.5 करोड़ बच्चे, जो 13 से 15 साल के बीच हैं, ई-सिगरेट का उपयोग कर रहे हैं। जिन देशों से डेटा उपलब्ध है, वहां बच्चों में ई-सिगरेट का उपयोग वयस्कों की तुलना में औसतन नौ गुना अधिक है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह स्थिति तंबाकू के खिलाफ अब तक की गई मेहनत और उपलब्धियों को कमजोर कर रही है, और यह दिखाता है कि तंबाकू की समस्या अभी भी खत्म नहीं हुई है।
डब्ल्यूएचओ के निदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा, "दुनिया भर में तंबाकू नियंत्रण के प्रयासों के कारण लाखों लोग तंबाकू का सेवन छोड़ रहे हैं या नहीं कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "लेकिन तंबाकू उद्योग ने नए निकोटिन उत्पादों को बाजार में लाकर युवाओं को टारगेट करना शुरू कर दिया है। सरकारों को अब तंबाकू नियंत्रण की नीतियों को तेजी से लागू करना चाहिए, ताकि इस समस्या को रोका जा सके।"
रिपोर्ट में बताया गया है कि तंबाकू का उपयोग करने वालों की संख्या 2000 में 1.38 अरब थी, जो 2024 तक घटकर 1.2 अरब होने की उम्मीद है।
2010 से तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या में 12 करोड़ की कमी आई है, जो लगभग 27 प्रतिशत की गिरावट है। फिर भी, आज भी दुनिया के हर पांच में से एक वयस्क को तंबाकू की लत है, जिससे हर साल लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कहा, "तंबाकू उद्योग नए-नए तकनीकों और उत्पादों को लाकर तंबाकू की लत को बढ़ावा दे रहा है। इनमें सिगरेट, ई-सिगरेट, निकोटिन पाउच, और हीटेड तंबाकू उत्पाद शामिल हैं। ये सभी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं, विशेषकर नई पीढ़ी और युवाओं के लिए।"
डब्ल्यूएचओ के एटियेन क्रुग ने कहा कि ई-सिगरेट को 'हानि कम करने वाले' उत्पाद के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि ये बच्चों को जल्दी निकोटिन की लत में फंसा रही हैं और तंबाकू नियंत्रण के दशकों के प्रयासों को कमजोर कर रही हैं।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि महिलाओं में तंबाकू छोड़ने की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। महिलाओं में तंबाकू का उपयोग 2010 में 11 प्रतिशत था, जो अब 2024 में कम होकर 6.6 प्रतिशत रह गया है। महिला तंबाकू उपयोगकर्ताओं की संख्या भी 27.7 करोड़ से घटकर 20.6 करोड़ हो गई है।
वहीं, पुरुषों में तंबाकू का उपयोग कम होने की गति धीमी है। पुरुषों में तंबाकू का उपयोग 2010 में 41.4 प्रतिशत था, जो 2024 में घटकर 32.5 प्रतिशत रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार, पुरुष 2031 तक तंबाकू नियंत्रण के लक्ष्यों को पूरा कर पाएंगे। वर्तमान में, दुनिया में तंबाकू सेवन करने वालों में लगभग तीन में से चार पुरुष हैं।