क्या एश्ले गार्डनर ने महिला वनडे विश्व कप इतिहास का सबसे तेज शतक लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- एश्ले गार्डनर ने 69 गेंदों पर सबसे तेज शतक बनाया।
- इस पारी में 16 चौके शामिल थे।
- गार्डनर ने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 3 शतक बनाए हैं।
- इंग्लैंड ने 244 रन बनाए, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 248 रन बनाकर जीत हासिल की।
- यह मैच महिला क्रिकेट की उपलब्धियों को दर्शाता है।
इंदौर, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बुधवार को होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच महिला वनडे विश्व कप 2025 का 23वां मुकाबला हुआ। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की एश्ले गार्डनर ने नाबाद 104 रन की शानदार पारी खेली। गार्डनर का यह शतक महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में सबसे तेज शतक साबित हुआ।
एश्ले गार्डनर ने केवल 69 गेंदों में शतक पूरा किया। यह महिला वनडे विश्व कप के इतिहास का सबसे तेज शतक है। इससे पहले का रिकॉर्ड डेंड्रा डॉटिन के नाम था, जिन्होंने 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ 71 गेंदों पर शतक बनाया था। इसी विश्व कप में एलिसा हिली ने बांग्लादेश के खिलाफ 73 और गार्डनर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 77 गेंदों पर शतक लगाया था। इंग्लैंड की मौजूदा कप्तान नेट सेवियर ब्रंट ने 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ 76 गेंदों पर शतक बनाया था।
इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में गार्डनर ने 73 गेंदों पर 16 चौकों की मदद से नाबाद 104 रन बनाए।
गार्डनर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आईं थीं और उन्होंने महिला वनडे क्रिकेट में छठे नंबर या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। गार्डनर ने इस स्थिति में अब तक 3 शतक लगाए हैं।
मैच की स्थिति पर गौर करें तो ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का निर्णय लिया। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट पर 244 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए टैमी ब्यूमोंट ने 105 गेंदों पर 1 छक्का और 10 चौकों की मदद से 78 रन बनाए। एलिस कैप्से ने 38 और चार्लोट डीन ने 26 रन बनाए।
245 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 68 रन पर अपने 4 विकेट खो दिए थे। लेकिन एश्ले गार्डनर और एनाबेल सदरलैंड ने इसके बाद टीम को कोई क्षति नहीं होने दी और 180 रन की साझेदारी करके टीम को 6 विकेट से जीत दिलाई। ऑस्ट्रेलिया ने 40.3 ओवर में 4 विकेट पर 248 रन बनाए। विजयी चौका गार्डनर के बल्ले से निकला। सदरलैंड शतक नहीं बना सकीं और 98 रन पर नाबाद लौटीं।