क्या अभिमन्यु मिथुन 5 विकेट लेने वाले इकलौते भारतीय गेंदबाज हैं?
सारांश
Key Takeaways
- अभिमन्यु मिथुन का जन्म २५ अक्टूबर १९८९ को हुआ।
- उन्होंने १७ साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया।
- कर्नाटक के लिए २००९-१० सीजन में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया।
- नवंबर २०१९ में उन्होंने हैट्रिक का रिकॉर्ड बनाया।
- एक ओवर में ५ विकेट लेकर अद्वितीय उपलब्धि हासिल की।
नई दिल्ली, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। किसी भी खिलाड़ी के लिए खेल के शीर्ष स्तर पर पहुंचना आसान नहीं होता। लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं, जो एक से अधिक खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं अभिमन्यु मिथुन, जिन्होंने भारतीय टीम के लिए टेस्ट और वनडे खेला है।
२५ अक्टूबर १९८९ को बेंगलुरु में जन्मे मिथुन का बचपन एथलेटिक्स में बीता। उन्होंने डिस्कस थ्रो और जैवलिन थ्रो में राज्य स्तर पर भाग लिया। लेकिन किस्मत ने उन्हें क्रिकेट का रास्ता दिखाया। १७ साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया।
मिथुन एक दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं, जो १४० किमी/घंटा की गति से गेंद फेंकते थे। उन्होंने २००९-१० सीजन में कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया और पहले ही सीज़न में ४७ विकेट लेकर टीम को फाइनल में पहुंचाया।
उनका अंतरराष्ट्रीय करियर २०१० से २०११ के बीच सीमित रहा, जिसमें उन्होंने ४ टेस्ट और ५ वनडे खेले। टेस्ट में ९ और वनडे में ३ विकेट लिए। इसके अलावा, वह निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में भी सफल रहे।
कर्नाटक के लिए, उन्होंने १०३ प्रथम श्रेणी मैचों में ३३८ विकेट और ९६ लिस्ट ए मैचों में १३६ विकेट लिए। २०१४-१५ में, उन्होंने ५२ विकेट लेकर कर्नाटक को खिताब दिलाया।
नवंबर २०१९ में, उन्होंने इतिहास रचते हुए रणजी, विजय हजारे, और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए। २०१९-२० में सैयद मुश्ताक अली के सेमीफाइनल में हरियाणा के खिलाफ एक ओवर में ५ विकेट लेकर एक अद्भुत उपलब्धि हासिल की।
मिथुन के अलावा, एक ओवर में ५ विकेट केवल न्यूजीलैंड के नील वैगनर और बांग्लादेश के अल-अमीन हुसैन ने भी लिए। उन्होंने आईपीएल में आरसीबी, मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेला। २०२१ में, मिथुन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कह दिया।