क्या 22 वर्षीय आनंदकुमार ने 'स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप' में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा?

सारांश
Key Takeaways
- आनंदकुमार ने 1,000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड जीता है।
- यह भारत का पहला गोल्ड है।
- पीएम मोदी ने बधाई दी।
- आनंदकुमार ने पहले 500 मीटर स्प्रिंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
- यह उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है।
नई दिल्ली, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के आनंदकुमार वेलकुमार ने 'स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025' में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया है। उन्होंने 1,000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड मेडल जीता है। यह इस प्रतियोगिता में भारत का पहला गोल्ड पदक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शानदार उपलब्धि पर आनंदकुमार को बधाई दी।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में सीनियर पुरुष 1,000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले आनंदकुमार वेलकुमार पर हमें गर्व है। उनके धैर्य, गति और उत्साह ने उन्हें भारत का पहला विश्व चैंपियन बनाया है। उनकी यह उपलब्धि अनगिनत युवाओं को प्रेरित करेगी। आनंदकुमार को बधाई और भविष्य के सभी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।"
22 वर्षीय आनंदकुमार वेलकुमार ने चीन के बेइदाइहे में आयोजित 'स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025' में सीनियर मेंस की 1000 मीटर स्प्रिंट रेस में 1:24.924 मिनट का समय लेकर पहला स्थान हासिल किया है।
इससे पहले, आनंदकुमार ने 500 मीटर स्प्रिंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत को उसका पहला सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल दिलाया था। उन्होंने इसके लिए 43.072 सेकंड का समय लिया था।
जूनियर कैटेगरी में स्केटर कृष शर्मा ने भी 1,000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड जीता है। इस प्रकार, भारत ने स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप के 1,000 मीटर स्प्रिंट में जूनियर और सीनियर, दोनों ही इवेंट का गोल्ड अपने नाम किया है।
तमिलनाडु के निवासी आनंदकुमार वेलकुमार केवल खेल में ही नहीं, बल्कि पढ़ाई में भी होशियार हैं। उन्होंने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।
आनंदकुमार वेलकुमार का 'स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025' में गोल्ड जीतना भारतीय खेलों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।
यह उपलब्धि न केवल भारत में स्पीड स्केटिंग जैसे कम लोकप्रिय खेल को पहचान दिलाएगी, बल्कि नई पीढ़ी को भी इस खेल में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी। उनकी जीत युवाओं को न केवल प्रेरणा देगी, बल्कि यह भी बताएगी कि अगर लगन सच्ची हो, तो हर मुकाम को हासिल किया जा सकता है।