क्या आर्यना सबालेंका चाइना ओपन से हट गईं? जानिए कारण!

सारांश
Key Takeaways
- आर्यना सबालेंका ने चाइना ओपन से हटने का निर्णय लिया।
- यह टूर्नामेंट 24 सितंबर से 5 अक्टूबर तक होगा।
- बेलारूस की खिलाड़ी ने हाल ही में यूएस ओपन का खिताब जीता।
- उन्हें चोट के कारण अपने फैंस से जल्दी मिलने की उम्मीद है।
- सबालेंका ने अपने करियर में चार ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं।
बीजिंग, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दुनिया की नंबर 1 महिला टेनिस खिलाड़ी आर्यना सबालेंका एक मामूली चोट के चलते चाइना ओपन से बाहर हो गई हैं। इस बात की जानकारी टूर्नामेंट के आयोजकों ने बुधवार को दी। चाइना ओपन 2025 का मुख्य ड्रॉ 24 सितंबर से 5 अक्टूबर तक आयोजित होगा। अमेरिका की कोको गॉफ इस टूर्नामेंट की पूर्व विजेता हैं।
बेलारूस की इस खिलाड़ी ने कहा, "मुझे इस साल चाइना ओपन से हटने का अफसोस है। यूएस ओपन के बाद मुझे मामूली चोट लगी थी। अब मैं साल के बाकी हिस्से के लिए पूरी फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं। मैं अपने चीनी फैंस से जल्द मिलने की उम्मीद कर रही हूं! मेरा बीजिंग में अगले साल लौटने का इरादा है और मैं इस टूर्नामेंट को शुभकामनाएं देती हूं।"
बेलारूस की खिलाड़ी ने इस साल के अंतिम ग्रैंड स्लैम में अपना पहला बड़ा खिताब जीतकर शानदार प्रदर्शन किया। सबालेंका ने पिछले साल बीजिंग में हुए डब्ल्यूटीए 1000 टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। इस सीज़न में उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, और यूएस ओपन के महिला एकल फाइनल तक का सफर तय किया है।
आर्यना सबालेंका ने हाल ही में यूएस ओपन में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने अमेरिका की अमांडा अनिसिमोवा को 6-3, 7-6(3) से हराकर लगातार दो एकल खिताब जीतने वाली पहली महिला बनकर सेरेना विलियम्स के 2014 के बाद की उपलब्धि को दोहराया।
यूएस ओपन फाइनल में जीत के साथ सबालेंका ने ग्रैंड स्लैम मेन-ड्रॉ में अपने करियर की 100वीं और इस सीजन की 56वीं जीत दर्ज की।
ऑस्ट्रेलियन ओपन और रोलां गैरो के फाइनल में असफल रहने के बाद, मौजूदा विश्व नंबर-1 खिलाड़ी ने आखिरकार 2025 का अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता, जो उनके करियर का चौथा प्रमुख खिताब है।
पिछले तीन वर्षों में खेले गए 11 ग्रैंड स्लैम में से सबालेंका अब तक चार खिताब जीत चुकी हैं। इसके अलावा, वह तीन फाइनल, तीन सेमीफाइनल और एक क्वार्टरफाइनल में भी पहुंची हैं।
उनके पास अब यूएस ओपन और ऑस्ट्रेलियन ओपन के दो-दो खिताब हैं। यह उपलब्धि नाओमी ओसाका की 2018 से 2021 तक की सफलता की याद दिलाती है, फर्क बस इतना है कि सबालेंका ने यह सब तीन वर्षों में हासिल किया, जबकि ओसाका को इसके लिए चार साल लगे थे।