क्या एशियन यूथ गेम्स युवाओं को ओलंपिक की राह दिखा रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- एशियन यूथ गेम्स युवा खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
- यह खेलों के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ाता है।
- प्रतिभाशाली युवा एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्रदान करता है।
- भारत ने इस बार 222 खिलाड़ियों के साथ भाग लिया है।
- इन खेलों का आयोजन बहरीन में हो रहा है।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। एशियन यूथ गेम्स (एवाईजी) की मेज़बानी ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) द्वारा की जाती है। इसे एशियन गेम्स के बाद का सबसे बड़ा महाद्वीपीय बहु-खेल प्रतियोगिता माना जाता है।
अब तक एशियन यूथ गेम्स का इतिहास सिंगापुर और चीन द्वारा मेज़बानी का गवाह रहा है, जहाँ चीन ने दोनों बार सबसे अधिक पदक जीते हैं। इस बार बहरीन एशियन यूथ गेम्स का आयोजन कर रहा है।
इन खेलों का उद्देश्य प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्रदान करना है, जिससे उनकी खेल कौशल और आत्मविश्वास में वृद्धि हो सके। एशियन यूथ गेम्स युवा पीढ़ी में खेलों के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ाते हैं, जिससे देशों में स्पोर्ट्स कल्चर को मजबूती मिलती है।
यह केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं है, बल्कि विभिन्न देशों के युवा खिलाड़ियों के बीच सांस्कृतिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों को भी बढ़ाता है। इन खेलों के माध्यम से युवा एथलीट ओलंपिक की दिशा में कदम बढ़ाते हैं।
करीब 12 वर्षों के बाद एशियन यूथ गेम्स एक बार फिर लौट आया है। इसका आयोजन अक्टूबर में मनामा में हो रहा है और यह 31 अक्टूबर तक चलेगा। एशियन यूथ गेम्स-2025 में कुछ प्रतियोगिताएं 19 अक्टूबर से प्रारंभ हो चुकी हैं, जो कि सेनेगल के डकार में आयोजित होने वाले समर यूथ ओलंपिक 2026 के लिए क्वालिफिकेशन मीट भी है।
इसमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, 3x3 बास्केटबॉल, ताइक्वांडो, जिउ-जित्सु, जूडो, कबड्डी, टेकबॉल, ट्रायथलॉन, वॉलीबॉल, वेटलिफ्टिंग, बीच वॉलीबॉल, बीच रेसलिंग, मुक्केबाजी, केमल रेसिंग, रोड साइक्लिंग, ईस्पोर्ट्स, फुटसल, गोल्फ, हैंडबॉल, कुराश, मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स, मए थाई, पेंचक सिलाट, शो जंपिंग, तैराकी, टेबल टेनिस और रेसलिंग जैसे इवेंट्स शामिल हैं।
इस बार भारत के पास 222 एथलीट हैं, जो 21 विभिन्न खेलों में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इनमें 119 महिला और 103 पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं।
भारत ने एशियन यूथ गेम्स 2009 में 5 गोल्ड, 3 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज के साथ कुल 11 पदक जीते थे।
भारत ने 2013 में एशियन यूथ गेम्स में भाग नहीं लिया था, लेकिन इस बार उसने एथलेटिक्स में 31 खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल भेजा है।
इसके अलावा, भारत के कबड्डी दल में 28, हैंडबॉल में 16 और मुक्केबाजी में 14 खिलाड़ी शामिल हैं। ताइक्वांडो, रेसलिंग और वेटलिफ्टिंग में 10-10 खिलाड़ी भी होंगे।
एशियन यूथ गेम्स 2025 के दूसरे दिन तक भारत अंकतालिका में छठे स्थान पर है। भारत ने अब तक 1 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
ये खेल युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे, जिससे भारत का स्पोर्ट्स कल्चर और भी मजबूत होगा।