क्या ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज के टेस्ट इतिहास में किसी टीम का पलड़ा भारी है?

सारांश
क्या ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज के टेस्ट इतिहास में किसी टीम का पलड़ा भारी है? जानें इस मैच की अहमियत और दोनों टीमों के बीच के रिकॉर्ड के बारे में।
Key Takeaways
- ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट रिकॉर्ड मजबूत है।
- वेस्टइंडीज को जीत की आवश्यकता है।
- दोनों टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा का इतिहास है।
- इस श्रृंखला के साथ नया चक्र शुरू हो रहा है।
- ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट में जीत हासिल की थी।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच गुरुवार से दूसरा टेस्ट मैच आरंभ होने जा रहा है। यह मुकाबला ग्रेनेडा के नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। वेस्टइंडीज की टीम इस तीन मैचों की श्रृंखला में 0-1 से पीछे है, इसीलिए उनके लिए यह मैच जीतना अत्यंत आवश्यक है।
अगर ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा काफी मजबूत दिखाई देता है।
दोनों देशों के बीच पहला टेस्ट मैच दिसंबर 1930 में खेला गया था, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीत लिया था। वेस्टइंडीज को इस टीम के खिलाफ पहली टेस्ट जीत फरवरी 1931 में मिली थी।
वर्ष 1930 से लेकर अब तक, इन दोनों देशों ने कुल 121 टेस्ट मुकाबले खेले हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 62 मैच जीते हैं। वहीं, वेस्टइंडीज ने सिर्फ 33 जीत दर्ज की हैं।
दोनों देशों के बीच 25 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं, जबकि दिसंबर 1960 में ब्रिस्बेन टेस्ट टाई पर समाप्त हुआ था।
पिछले 10 मुकाबलों में, ऑस्ट्रेलिया ने 8 मैचों में जीत हासिल की है, जबकि वेस्टइंडीज केवल एक मैच जीत सका है। इस दौरान एक मुकाबला ड्रॉ भी रहा।
इस श्रृंखला के साथ, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज ने अपने नए 'वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र' की शुरुआत की है। ऑस्ट्रेलिया ने पिछले महीने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला था, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ बारबाडोस में पहले टेस्ट में 159 रन से जीत हासिल की थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी 180 रन पर समाप्त हुई, जिसमें ट्रेविस हेड ने 59 रन बनाए। इसके विपरीत, वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 190 रन बनाकर 10 रन की मामूली बढ़त हासिल की।
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 310 रन बनाए, जिसमें बीयू वेबस्टर, ट्रेविस हेड और एलेक्स कैरी के अर्धशतक शामिल थे। वेस्टइंडीज को जीत के लिए 301 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन मेज़बान टीम सिर्फ 141 रन पर सिमट गई।