क्या अमित पंघाल ने बीएफआई कप 2025 सेमीफाइनल में जगह बनाई? मंजू रानी और अंकुशिता फाइनल में?

सारांश
Key Takeaways
- अमित पंघाल ने क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल की।
- मंजू रानी और अंकुशिता ने फाइनल में जगह बनाई।
- यह प्रतियोगिता भारतीय मुक्केबाजी के लिए महत्वपूर्ण है।
- प्रतियोगिता चेन्नई में आयोजित की जा रही है।
- स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं को राष्ट्रीय शिविर में प्रवेश मिलेगा।
चेन्नई, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल (सर्विसेज) ने रविवार को यहां बीएफआई कप 2025 के पुरुष क्वार्टर फाइनल में अपने साथी उस्मान अंसारी को 4:1 के स्कोर से पराजित किया। एस. विश्वनाथ (सर्विसेज) ने सी. लुकास को 5:0 से हराया, और विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मोहम्मद हुसामुद्दीन (सर्विसेज) ने एम. हेंथोई सिंह (सर्विसेज) को 5:0 से पराजित करके सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली।
महिला वर्ग में, विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता मंजू रानी (रेलवे) ने माही सिवाच (हरियाणा) को 5:0 से हराकर फाइनल में पहुँच गई। विश्व युवा चैंपियन अंकुशिता बोरो (असम) ने भी श्रेय ठाकुर (हिमाचल प्रदेश) को 5:0 से हराकर फाइनल में अपनी जगह मजबूत की।
पूर्व युवा विश्व चैंपियन अरुंधति चौधरी (सर्विसेज) ने दीपिका (साई) के खिलाफ 5:0 की जीत में शानदार प्रदर्शन किया। प्रिया (हरियाणा) ने ज्योति (दिल्ली) को 5:0 से हराया, जबकि विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता परवीन हुड्डा (साई) ने माही लामा (मध्य प्रदेश) को 5:0 के अंतर से हराकर फाइनल में स्थान बनाया।
एलीट नेशनल्स में शीर्ष आठ में रहने वाली राज्य इकाइयों और बोर्डों के मुक्केबाज बीएफआई कप में भाग ले रहे हैं, जिसमें साई एनसीओई और मेज़बान राज्य तमिलनाडु के मुक्केबाज भी शामिल हैं। इस प्रतियोगिता में पिछले दो एलीट राष्ट्रीय चैंपियनशिप के प्रतिभागी, 2024 और 2025 एशियाई अंडर-22 चैंपियनशिप के भारतीय टीम के सदस्य और 2022 से अब तक की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेता भी शामिल हैं।
गोवा और उत्तराखंड में हुए पिछले दो राष्ट्रीय खेलों और छठे युवा राष्ट्रीय खेलों के पदक विजेता इस आयोजन को और भी रोमांचक बना रहे हैं।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) 1 से 7 अक्टूबर के बीच चेन्नई में पहले बीएफआई कप 2025 की मेज़बानी कर रहा है, जिसमें विश्व मुक्केबाजी मानकों के अनुसार 10-10 भार वर्गों में शीर्ष पुरुष और महिला मुक्केबाजों के लिए प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी। इस कार्यक्रम के स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं को शीर्ष राष्ट्रीय शिविर में प्रवेश मिलेगा।