क्या एशियन यूथ गेम्स में भारत के 23 सदस्यीय बॉक्सिंग दल से उम्मीदें जुड़ी हैं?

सारांश
Key Takeaways
- भारत का 23 सदस्यीय बॉक्सिंग दल बहरीन रवाना हो चुका है।
- एशियन यूथ गेम्स का आयोजन 22-31 अक्टूबर 2025 के बीच होगा।
- खिलाड़ियों ने हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग कैंप में भाग लिया है।
- टीम का चयन राष्ट्रीय चैंपियनशिप के प्रदर्शन पर आधारित है।
- भारतीय दल में कई गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी शामिल हैं।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने एशियन यूथ गेम्स 2025 के लिए 23 सदस्यीय मुक्केबाजी दल को बहरीन की ओर रवाना किया है। यह खेल 22-31 अक्टूबर के बीच आयोजित किए जाएंगे, हालांकि कुछ प्रतियोगिताएं 19 अक्टूबर से ही शुरू हो चुकी हैं।
यह दल मनामा में होने वाले एशियन यूथ गेम्स में 14 भार वर्गों में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा, जिसमें अंडर-17 आयु वर्ग के लड़के और लड़कियों के लिए सात-सात भार वर्ग शामिल हैं।
मुक्केबाजी प्रतियोगिताएं एग्जीबिशन वर्ल्ड बहरीन हॉल 9 में आयोजित की जाएंगी, जहाँ सिंगल-एलिमिनेशन फॉर्मेट में तीन राउंड के मुकाबले होंगे। पदक समारोह 30 अक्टूबर को होगा, जबकि समापन समारोह 31 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा।
इस बार भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले मुक्केबाजों ने 23 सितंबर से 20 अक्टूबर तक एनएस एनआईएस पटियाला में एक हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग कैंप में भाग लिया। ये खिलाड़ी अब एशिया के शीर्ष मुक्केबाजों के साथ मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
कैंप में हेड कोच विनोद कुमार (ब्वॉयज अंडर-17) और जितेंद्र राज सिंह (गर्ल्स अंडर-17) की देखरेख में तकनीक, गति और शारीरिक फिटनेस को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया गया। इस दौरान एक समर्पित टीम में छह ट्रेनर, दो फिजियोथेरेपिस्ट और एक डॉक्टर शामिल थे।
टीम का चयन छठी अंडर-17 जूनियर बालक एवं बालिका राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2025 में प्रदर्शन के आधार पर किया गया। गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ियों को सीधे टीम में जगह मिली, जबकि सिल्वर मेडलिस्ट को रिजर्व के रूप में चुना गया।
इस टीम में जुलाई 2025 में आयोजित एशियन अंडर-17 चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी शामिल हैं। भारत ने एशियन अंडर-17 चैंपियनशिप 2025 में 43 पदक जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया था, जिससे युवा मुक्केबाजी में देश की बढ़ती प्रतिष्ठा और मजबूत हुई है।
भारतीय टीम में ध्रुव खरब, उधम सिंह राघव, खुशी चंद, अहाना शर्मा और चंद्रिका भोरेशी पुजारी शामिल हैं। ये सभी गोल्ड मेडलिस्ट हैं और भारत की युवा मुक्केबाजी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। देश को इनसे काफी उम्मीदें हैं।