क्या भारत के पास अच्छे तैराक हैं, लेकिन ज्यादा तैराकों की जरूरत है?

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क्या भारत के पास अच्छे तैराक हैं, लेकिन ज्यादा तैराकों की जरूरत है?

सारांश

ऑस्ट्रेलिया के कोच माइकल बोहल ने भारत के तैराकों की प्रशंसा की, लेकिन कहा कि अधिक तैराकों की आवश्यकता है। यह भारत के जलीय खेलों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है। जानें इस विषय पर उनके विचार और आगामी चैंपियनशिप के बारे में।

Key Takeaways

  • भारत में अच्छे तैराकों की कमी नहीं है, लेकिन उनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
  • माइकल बोहल ने भारत के तैराकों की सराहना की।
  • अधिक तैराकों से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
  • भारत ने एशियाई चैंपियनशिप में 13 पदक जीते।
  • तैराकी में सुधार की अपार संभावनाएं हैं।

अहमदाबाद, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध तैराकी कोच माइकल बोहल ने कहा है कि भारत में अच्छे तैराक हैं, लेकिन उन्हें अपने स्तर को और ऊंचा उठाने के लिए और ज्यादा तैराकों की आवश्यकता है।

भारत के उभरते तैराकों की सराहना करते हुए बोहल ने कहा, "भारत ने यहां बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। विशेष रूप से पुरुषों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। बुधवार रात 400 मीटर फ्रीस्टाइल में एक महिला ने पदक जीता। जब भी आप एशियाई स्तर की प्रतियोगिता में पोडियम पर पहुँचते हैं, यह देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है।"

बोहल ने आगे कहा, "आपके पास कुछ उत्कृष्ट अग्रणी तैराक हैं, बस उनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। मुझे लगता है कि आपकी जनसंख्या भी बहुत अच्छी है। भारत की जनसंख्या चीन के समान बड़ी है। इसलिए जैसे-जैसे कोचिंग में सुधार होता है, आपके पास और भी महत्वपूर्ण समूह होगा। अधिक तैराक अच्छे प्रदर्शन करेंगे, जिससे शीर्ष तैराकों पर दबाव बढ़ेगा।"

उन्होंने कहा, "यदि आप दुनिया के शीर्ष देशों, जैसे अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया को देखें, तो यह सिर्फ एक या दो तैराकों का मामला नहीं है। एक ठोस आधारभूत समूह है जो शीर्ष तैराकों पर दबाव बनाने में सक्षम है। इसलिए जैसे-जैसे आप गहराई में जाएंगे, तैराकी में और भी बड़े सुधार देखने को मिलेंगे। 11वीं एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत के लिए निश्चित रूप से कुछ बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी रहे हैं।"

माइकल बोहल के पास तैराकी में कोचिंग का 33 साल से अधिक का अनुभव है। उनकी कोचिंग में चीन ने अहमदाबाद में आयोजित 11वीं एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में पहले स्थान पर कब्जा किया है।

वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चीन ने 49 पदक (38 स्वर्ण, 8 रजत और 3 कांस्य) जीते। भारत के लिए यह चैंपियनशिप एक ऐतिहासिक उपलब्धि रही है, क्योंकि भारत ने अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 13 पदक (4 रजत, 9 कांस्य) जीते और कुल मिलाकर नौवां स्थान प्राप्त किया। यह भारत के जलीय खेलों में बढ़ती क्षमता का प्रमाण है।

बोहल की कोचिंग में 2008 से 2021 के बीच हर संस्करण में एथलीट ओलंपिक पोडियम तक पहुंचे हैं। पांच बार की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता एम्मा मैककॉन और तीन बार की चैंपियन स्टेफनी राइस बोहल के सफलतम शिष्यों में शामिल हैं।

एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में श्रीहरि नटराज, ऋषभ दास, कुशाग्र रावत, रोहित बी बेनेडिक्टॉन, साजन प्रकाश और भव्या सचदेवा ने व्यक्तिगत पदक जीते। इंदिवर सैरेम और विल्सन सिंग निंगथौजम ने डाइविंग में भारत को पहला पदक दिलाकर इतिहास रचा।

श्रीहरि नटराज ने सात पदक (3 व्यक्तिगत, 4 रिले) के साथ भारतीय दल का नेतृत्व किया, लेकिन भारतीय दल में वृत्ति अग्रवाल, धिनिधि देसिंघु, सान्वी देशवाल, अद्वैत पेज, निथिक नथेला और जशुआ थॉमस दुरई जैसे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी भी शामिल थे, जिन्होंने इस एशियाई प्रतियोगिता में अपार संभावनाएं और क्षमता दिखाई।

Point of View

हमें अपने देश के खेलों में सुधार की दिशा में सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए। भारत के तैराकों की प्रतिभा अद्वितीय है, लेकिन हमें एक ठोस आधारभूत समूह की आवश्यकता है, जो हमें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाए।
NationPress
02/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत में तैराकी का स्तर क्या है?
भारत में तैराकी का स्तर लगातार बढ़ रहा है, और हाल के चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है।
माइकल बोहल कौन हैं?
माइकल बोहल एक प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई तैराकी कोच हैं, जिनका अनुभव 33 वर्षों का है।
भारत ने हाल में कितने पदक जीते?
भारत ने हाल में 13 पदक जीते हैं, जिसमें 4 रजत और 9 कांस्य शामिल हैं।
तैराकी में भारत का भविष्य कैसा है?
भारत के तैराकों में अपार संभावनाएं हैं, और यदि सही कोचिंग और समर्थन मिले तो भविष्य उज्ज्वल है।
चीन का तैराकी प्रदर्शन कैसा रहा?
चीन ने 49 पदक जीते, जिसमें 38 स्वर्ण शामिल हैं, जो उनकी तैराकी की ताकत को दर्शाता है।