क्या हर शतक मायने रखता है? वाशिंगटन सुंदर ने अपने खास शतक के बारे में बताया

Click to start listening
क्या हर शतक मायने रखता है? वाशिंगटन सुंदर ने अपने खास शतक के बारे में बताया

सारांश

वाशिंगटन सुंदर ने मैनचेस्टर में अपने पहले टेस्ट शतक से जुड़ी भावनाओं का इजहार किया। उन्होंने बताया कि हर शतक का महत्व है, लेकिन यह शतक उनके लिए विशेष है। जानें कैसे सुंदर और जडेजा ने मिलकर मैच को ड्रॉ कराया।

Key Takeaways

  • वाशिंगटन सुंदर ने मैनचेस्टर टेस्ट में पहला शतक बनाया।
  • उनकी पारी 101 रन की थी, जो नाबाद रही।
  • सुंदर और जडेजा ने मिलकर 203 रनों की साझेदारी की।
  • भारत ने मैच को ड्रॉ कराने में सफलता पाई।
  • श्रृंखला में इंग्लैंड 2-1 से आगे है।

नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने मैनचेस्टर में अपने पहले टेस्ट शतक के बाद अपनी भावनाओं का इजहार किया। उनका कहना है कि हर शतक का अपना महत्व है, लेकिन यह शतक विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कोच गौतम गंभीर के उस संदेश का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने मैच को ड्रॉ कराने के लिए पूरे दिन मेहनत करने की बात कही थी।

सुंदर ने मैनचेस्टर टेस्ट की दूसरी पारी में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 101 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने रवींद्र जडेजा (नाबाद 107) के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 203 रनों की अटूट साझेदारी की। इन दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच को ड्रॉ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मैच के बाद सुंदर ने 'जियो हॉटस्टार' पर कहा, "यह अनुभव बहुत खास है। इस एहसास को शब्दों में बयां करना मुश्किल है, क्योंकि टेस्ट शतक वाकई अद्वितीय होता है। हर शतक का महत्व है, लेकिन यह शतक विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। मुझे पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला और मेरा ध्यान पूरे दिन संघर्ष करने पर था। कोच का संदेश भी यही था। मुझे खुशी है कि हमने यह मैच ड्रॉ करवाने में सफलता पाई।"

पांचवें दिन लंच के समय, भारत 88 रन से पीछे था और उसके पास छह विकेट शेष थे। सुंदर और जडेजा ने इंग्लैंड की बढ़त को समाप्त करने में सफलता पाई। चायकाल तक भारत 11 रन से आगे था।

अंतिम सत्र में, जडेजा और सुंदर ने संघर्ष जारी रखते हुए अपने-अपने शतक पूरे किए। जडेजा ने 141वें ओवर में, जबकि सुंदर ने 143वें ओवर में यह उपलब्धि हासिल की। पांचवें दिन के समाप्त होने में एक घंटे से भी कम समय बचा था। भारत ने चार विकेट खोकर 425 रन बना लिए थे, और इस स्थिति में दोनों टीमों ने मिलकर मैच को ड्रॉ घोषित किया।

सुंदर ने इस पारी के बारे में कहा, "हम बस गेंद की क्षमता के अनुसार खेलना चाहते थे, खासकर जब विकेट तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स दोनों के लिए सहायक था। हमारा ध्यान अनुशासित रहने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर था। रविवार को हमने जो पल बिताए, विशेषकर मैच ड्रॉ कराने के बाद, उन्हें महसूस करना अद्भुत है। मुझे लगता है कि टीम ने पूरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया है। अब अगले मैच में और भी रोमांचक होने की उम्मीद है।"

भारत ने अपनी पहली पारी में 358 रन बनाए, जबकि इंग्लैंड ने 669 रन बनाकर विशाल बढ़त हासिल की। टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 425/4 रन बनाकर मैच को ड्रॉ कराने में सफलता प्राप्त की।

वर्तमान में, पांच मैचों की श्रृंखला में इंग्लैंड 2-1 से आगे है। भारत के पास लंदन में अगले मैच को जीतकर श्रृंखला को ड्रॉ कराने का मौका है।

Point of View

यह देखना महत्वपूर्ण है कि भारत के युवा खिलाड़ी जैसे वाशिंगटन सुंदर ने अपनी मेहनत और कौशल से टीम को एक महत्वपूर्ण स्थिति में पहुंचाया है। उनका यह शतक न केवल उनके लिए, बल्कि टीम इंडिया के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।
NationPress
05/08/2025

Frequently Asked Questions

वाशिंगटन सुंदर का शतक क्यों खास है?
सुंदर का यह शतक उनके लिए व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनका पहला टेस्ट शतक है और उन्होंने इसे कठिन परिस्थितियों में हासिल किया।
भारत और इंग्लैंड के बीच का मैच कैसे समाप्त हुआ?
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच को ड्रॉ कराने में सफलता प्राप्त की, जिसमें सुंदर और जडेजा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सुंदर ने अपनी पारी के बारे में क्या कहा?
सुंदर ने कहा कि हर शतक मायने रखता है, लेकिन यह शतक विशेष रूप से उनके लिए खास है।