क्या भारतीय महिला हॉकी टीम चीन से 0-3 की हार के बाद रेलीगेशन की ओर बढ़ रही है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने चीन के खिलाफ 3-0 से हार का सामना किया।
- टीम को रैलीगेशन का खतरा है।
- मुख्य कोच ने सॉफ्ट पीसी देने की कमी पर ध्यान दिया।
- भारत की अगली भिड़ंत चीन के खिलाफ होगी।
- खिलाड़ियों को अपनी फॉर्म में सुधार करने की आवश्यकता है।
बर्लिन, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। चीन ने शनिवार को बर्लिन में भारतीय महिला हॉकी टीम के खिलाफ 3-0 से जीत हासिल की, जिससे भारत एफआईएच हॉकी प्रो लीग (महिला) टूर्नामेंट से रैलीगेशन की स्थिति में पहुंच गया।
भारत के लिए यह एक बेहद निराशाजनक प्रदर्शन रहा, जहां चौथे क्वार्टर में दीपिका के द्वारा मिले पेनल्टी स्ट्रोक को भुनाने में असफलता रही। यह स्ट्रोक पोस्ट से टकरा गया।
मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने हाफ-टाइम विश्लेषण में कहा, "हम बहुत सारे सॉफ्ट पीसी दे रहे हैं।" चीन ने सर्कल में केवल छह मौकों में से यांग चेन (21') और यिंग झांग (26') के गोल से तीन गोल किए - ये दोनों गोल पीसी से थे, जबकि अनहुई यू (45') ने एक फील्ड गोल किया।
इस जीत के साथ 2022 एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक विजेता चीन अंक तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गया है, जबकि हांगझाऊ में तीसरे स्थान पर रहने वाला भारत नौवें स्थान पर है। जर्मनी और इंग्लैंड के बीच होने वाले आगामी मैच में अनुकूल परिणाम भारत के लिए कुछ उम्मीद जगा सकता है।
भारत ने अच्छी शुरुआत की, चौथे मिनट में ही पीसी जीत लिया, लेकिन गोल करने में असफल रहा। इस बीच, चीन ने पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद से ही बढ़त बनाए रखी और 21वें मिनट में यांग द्वारा किए गए पीसी गोल के द्वारा बढ़त हासिल की। सविता को इसे बचाने का कोई मौका नहीं मिला।
पांच मिनट बाद, यिंग ने एक गोल करके हाफटाइम तक स्कोर 2-0 कर दिया, एक बार फिर से पीसी के जरिए। यह पूरी तरह से डिफेंसिव पतन था, जिसमें गेंद डिफेंडर ज्योति सिंह के पैरों के बीच में चली गई। चीन का तीसरा गोल अनहुई यू द्वारा किया गया एक बेहतरीन फील्ड गोल था, जिसके बाद भारत के पास वापसी की कोई उम्मीद नहीं रही।
कुल मिलाकर भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और रविवार को जब वे फिर चीन से भिड़ेंगी तो वे जीत के साथ अपने अभियान का अंत करने की पूरी उम्मीद करेंगी।
-राष्ट्र प्रेस
आरआर/