क्या ढेंकनाल के बिभासिंधु बारिक ने राष्ट्रीय युवा पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में तीन मेडल जीते?

सारांश
Key Takeaways
- बिभासिंधु बारिक ने ढेंकनाल में गोल्ड, सिल्वर, और ब्रॉन्ज मेडल जीते।
- उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें सफलता दिलाई।
- वे युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं।
- अगला लक्ष्य यूथ एशियन पैरा गेम्स में चयन है।
- बिभासिंधु का सपना ओलंपिक में भाग लेना है।
ढेंकनाल, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ढेंकनाल के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी बिभासिंधु बारिक ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय युवा पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
17 वर्षीय बिभासिंधु ने अंडर-19 युगल में गोल्ड, एकल में सिल्वर और युवा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर न केवल ढेंकनाल, बल्कि पूरे ओडिशा का मान बढ़ाया है।
bिभासिंधु बारिक ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "9 साल की उम्र में मुझे सेरेब्रल पाल्सी के बारे में जानकारी मिली, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। मैं 2019 से प्रशिक्षण ले रहा हूँ। मैंने युगांडा में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इसके बाद मैं पेरू और इंडोनेशिया गया। जल्द ही मुझे टूर्नामेंट के लिए चाइना जाना है।"
उन्होंने कहा, "मैंने युवा पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप के अंडर-19 डबल्स में गोल्ड, अंडर-19 सिंगल्स में सिल्वर और यूथ अंडर-21 में ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। अगर मेरा यूथ एशियन पैरा गेम्स में चयन होता है, तो यह मेरे करियर की एक बड़ी उपलब्धि होगी। ओलंपिक भी मेरा लक्ष्य है।"
पुलिस प्रशासन ने इस उपलब्धि पर बिभासिंधु को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
ढेंकनाल बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षित बिभासिंधु बारिक ने कई राष्ट्रीय पदक जीते हैं। उन्होंने इंडोनेशिया, पेरू और युगांडा में अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में सफलता हासिल की है।
bिभासिंधु बारिक 16 सितंबर से चीन में शुरू होने वाली आगामी अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, जिसके लिए वह शनिवार को रवाना होंगे।
ढेंकनाल बैडमिंटन अकादमी और बैडमिंटन प्रेमियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। बिभासिंधु का लक्ष्य भविष्य में भारत की ओर से एशियन गेम्स और ओलंपिक गेम्स में भाग लेना है।
ढेंकनाल के इस पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा से देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने राष्ट्रीय युवा पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर मेहनत और लगन का एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनकी उपलब्धि प्रेरणादायी है।