क्या बॉथम एशेज ने इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- 1981 की बॉथम एशेज ने क्रिकेट इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ दिया।
- सर इयान बॉथम का प्रदर्शन अद्वितीय और प्रेरणादायक था।
- इंग्लैंड ने इस श्रृंखला को 3-1 से जीता।
- इस श्रृंखला ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक खास स्थान बना लिया है।
नई दिल्ली, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ऐतिहासिक 'एशेज' में कई रिकॉर्ड्स बने और टूटे हैं। कुछ ऐसी श्रृंखलाएँ हैं, जिन्हें क्रिकेट प्रेमियों ने आज तक भुलाया नहीं है। 1981 में खेले गए दोनों देशों के बीच इस श्रृंखला को 'बॉथम एशेज' के नाम से जाना जाता है, और इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है।
जून से अगस्त के बीच, ऑस्ट्रेलिया ने 6 टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए इंग्लैंड का दौरा किया, जिसमें सर इयान बॉथम ने बल्ले और गेंद से अपना जादू बिखेरा। उन्हें 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' का खिताब मिला।
इस श्रृंखला में इंग्लैंड के इस महान ऑलराउंडर ने अपने दम पर टीम को हार से बचाकर 3-1 से जीत दिलाई।
इयान बॉथम ने 12 पारियों में 36.27 की औसत से 399 रन बनाए, जिसमें 7 छक्के और 57 चौके शामिल थे। वे श्रृंखला में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में दूसरे स्थान पर रहे।
गेंदबाजी में, उन्होंने 6 मैचों में 20.59 की औसत से 34 विकेट लिए। उन्होंने कुल 272.3 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 700 रन दिए। बॉथम ने एक बार 'फाइव विकेट हॉल' भी लिया और वो सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में तीसरे स्थान पर रहे।
सीरीज का पहला मैच नॉटिंघम में हुआ, जिसमें इंग्लिश टीम पहली पारी में केवल 185 रन पर सिमट गई। इस मैच में इयान बॉथम ने 3 विकेट लिए, लेकिन टीम को 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
इंग्लैंड की टीम 6 मैचों की श्रृंखला में 0-1 से पीछे थी। लॉर्ड्स में दूसरा मैच ड्रॉ रहा, जिसमें बॉथम ने 3 विकेट लिए।
तीसरा मैच लीड्स में हुआ, जिसमें इयान बॉथम की शानदार परफॉर्मेंस से इंग्लैंड ने खाता खोला। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 9 विकेट पर 401 रन बनाए। बॉथम ने 39.2 ओवर में 95 रन देकर 6 विकेट लिए।
गेंदबाजी में जादू दिखाने के बाद इयान ने अपनी पहली पारी में 54 गेंदों में 8 चौकों के साथ 50 रन बनाए। इंग्लैंड की टीम 174 रन से ज्यादा नहीं बढ़ सकी।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड को फॉलोऑन खेलना पड़ा। इस पारी में बॉथम ने 149 रन बनाकर टीम को 356 तक पहुँचाया।
ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 130 रन चाहिए थे, लेकिन बॉब विलिस ने 8 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को 111 रन पर समेट दिया। इंग्लैंड ने यह मैच 18 रन से जीता।
इंग्लैंड अब श्रृंखला में 1-1 से बराबरी पर था। चौथा मैच एजबेस्टन में हुआ, जिसमें इयान बॉथम ने फिर से प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाई।
बॉथम ने इस मैच में 29 रन बनाकर 6 विकेट लिए। सीरीज का पांचवां मैच मैनचेस्टर में खेला गया, जिसमें इंग्लैंड ने 103 रन से जीतकर 3-1 से बढ़त बनाई। बॉथम लगातार तीसरी बार 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' बने।
बॉथम ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 28 रन देकर 3 विकेट लिए और दूसरी पारी में 118 रन बनाकर टीम को 404 के स्कोर तक पहुँचाया।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को 506 रन का लक्ष्य दिया गया, जिसके जवाब में उन्होंने 402 रन बनाए। बॉथम ने इस पारी में 2 विकेट लिए।
लंदन में दोनों देशों के बीच अंतिम मैच ड्रॉ रहा, लेकिन इयान बॉथम ने फिर से अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने पहली पारी में 6 विकेट लिए।